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Search Result : "अरविंद कुमार रजक"

कन्हैया मामले में 23 मार्च को सुनवाई

कन्हैया मामले में 23 मार्च को सुनवाई

दिल्ली उच्च न्यायालय ने देशद्रोह के मामले में जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को दी गई अंतरिम जमानत रद्द किए जाने की मांग करने संबंधी याचिकाओं की सुनवाई के लिए 23 मार्च की तारीख तय की है। न्यायमूर्ति सुरेश कैत ने कहा, स्थानांतरण के बाद याचिकाएं प्राप्त कर ली गई हैं। इस मामले को 23 मार्च के लिए फिर से अधिसूचित किया जाए।
कांशीराम के जन्मदिन पर दलित वोटबैंक के लिए सरगर्मी

कांशीराम के जन्मदिन पर दलित वोटबैंक के लिए सरगर्मी

बसपा संस्थापक कांशीराम के जन्मदिवस पर दलित वोटबैंक में सेंध लगाने के लिए राजनीतिक पार्टियों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं। आज 15 मार्च को कांशीराम का जन्मदिन है। इस मौके पर आम आदमी पार्टी के कनवीनर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कांशीराम के गांव प्रिथिपुर आ रहे हैं।
कन्हैया, चार अन्य को जेएनयू से निकालने की सिफारिश

कन्हैया, चार अन्य को जेएनयू से निकालने की सिफारिश

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की एक उच्चस्तरीय समिति ने राष्ट्रविरोधी नारेबाजी वाले पिछले महीने के एक विवादित कार्यक्रम में कथित भूमिका को लेकर कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और दो अन्य छात्रों को निकालने की सिफारिश की है।
दिल्ली में गरीबों के लिए मकान तो बने लेकिन आवंटन नहीं हो पाए

दिल्ली में गरीबों के लिए मकान तो बने लेकिन आवंटन नहीं हो पाए

दिल्ली के आरके पुरम की झुग्गियों में रहने वाले फिरत ने पांच साल पहले इस उक्वमीद से राजीव आवास योजना के लिए आवेदन किया कि उसे रहने लिए एक घर मिल जाएगा। इसी तरह का दर्द कल्याणपुरी की झुग्गियों में रहने वाले महेश कुमार का है। यह दर्द केवल फिरत और महेश का ही दर्द नहीं है बल्कि दिल्ली के उन 16 लाख से अधिक उन आवेदकों का दर्द है जिनसे आवास के नाम पर पैसा तो जमा करा लिया गया लेकिन न तो ड्रा निकला और न ही आवंटन हुआ।
क्या भाजपा-जदयू में कोई खिचड़ी पक रही है

क्या भाजपा-जदयू में कोई खिचड़ी पक रही है

बिहार के हाजीपुर में शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच दिखी नजदीकी को लेकर अचानक ही राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस नजदीकी ने इन अटकलों को बल दिया है कि भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड में अंदरखाने कोई खिचड़ी पक रही है।
नीतीश की तारीफ के पुल बांध दिए मोदी ने

नीतीश की तारीफ के पुल बांध दिए मोदी ने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता के समय से ही बिहार के विकास की अनदेखी करने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उसपर निशाना साधा। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजग का हिस्सा रहने के गुजरे वक्त को भी याद किया जब नीतीश ने यहां कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन किया था।
भोर साहित्यिक महोत्सवः विभूति नारायण राय और अभिरंजन कुमार सम्मानित

भोर साहित्यिक महोत्सवः विभूति नारायण राय और अभिरंजन कुमार सम्मानित

सुगौली प्रेस क्लब और भोर चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से आयोजित भव्य कार्यक्रम में पूर्व आईपीएस अधिकारी और साहित्यकार विभूति नारायण राय को रमेश चंद्र झा स्मृति सम्मान ओर पत्रकार अभिरंजन कुमार को पंकज सिंह स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया।
छात्रा का आरोप, कन्हैया ने किया था दुर्व्यवहार, लगा था जुर्माना

छात्रा का आरोप, कन्हैया ने किया था दुर्व्यवहार, लगा था जुर्माना

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर एक नया आरोप सामने आया है। आरोप है कि उसने विश्वविद्यालय की एक छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया था और उसे धमकी दी थी जिसके कारण विश्वविद्यालय प्रशासन ने उसपर जुर्माना लगाया था। घटना 10 जून, 2015 की बताई गई है जब कन्हैया छात्रसंघ का अध्यक्ष नहीं था।
चर्चाः धन जनता का, चमके चेहरे मंत्रियों के | आलोक मेहता

चर्चाः धन जनता का, चमके चेहरे मंत्रियों के | आलोक मेहता

रेडियो पर एक गाना बहुत बजता है- ‘चेहरा न देखो, चेहरे ने लाखों को लूटा।’ यों यह गीत प्यार-मोहब्बत से जुड़ा है। लेकिन नेताओं-मंत्रियों के लिए इन शब्दों के अलग-अलग अर्थ लगाए जाते हैं। भोली भाली जनता चेहरे और वायदे पर वोट दे देती है। फिर खून-पसीने की मेहनत की कमाई का एक हिस्सा टैक्स के रूप में सरकारी खजाने को देती है। इसी सरकारी खजाने की रकम से सरकार में बैठे प्रभावशाली नेता-मंत्री अपना चेहरा चमकाए रखना चाहते हैं।
हाथ थामते ही मोदी पर भड़के महंत

हाथ थामते ही मोदी पर भड़के महंत

असम विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठजोड़ करने वाली असम गण परिषद (अगप) के प्रमुख प्रफुल्ल कुमार महंत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर असम के हितों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। गठबंधन में भाजपा द्वारा अगप के लिए कम सीटें छोड़े जाने से भी वे नाराज हैं। अंग्रेजी दैनिक `द इकोनॉमिक टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में महंत ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अभी ततक असम के लिए कुछ भी नहीं कर पाए हैं। भारत-बांग्लादेश के बीच जमीन हस्तांतरण को लेकर असम में बेहद नाराजगी थी। फिर भी उन्होंने यह संधि की।
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