किसान आंदोलन की ताप से मध्य प्रदेश में सत्ता वापसी की आस लगाए बैठी कांग्रेस पार्टी में 'सीएम प्राजेक्ट' को लेकर रस्साकशी का दौर शुरू हो चुका है। बीते दिनों कांग्रेस के दिग्गजों ने जो दांव खेला है, वह थोड़ा चौकाता जरूर है, लेकिन अप्रत्याशित नहीं है।
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राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद में आत्महत्या कर चुके महाराष्ट्र के किसानों के बच्चों ने अपनी पीड़ा को एक नाटक के जरिए सबके सामने रखा।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को राजस्थान में ‘किसान आक्रोश आंदोलन’ की शुरुआत करेंगे। इस आंदोलन के जरिए कांग्रेस पार्टी पूरे देश में हो रही किसानों की खुदकुशी का मुद्दा उठाएगी, यह आंदोलन पूरे देश में चलेगा।
मध्यप्रदेश के मंदसौर से दिल्ली पहुंची किसान मुक्ति यात्रा ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर किसान मुक्ति संसद का आयोजन किया, जिसमें किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने और कर्ज मुक्ति के मुद्दे पर लड़ाई जारी रखने की घोषणा की गई। देश के विभिन्न हिस्सों से आए किसानों की आवाज संसद में भी बुलंद करने की बात कही गई। इस दौरान किसानों ने हाथ उठाकर आत्महत्या मुक्त भारत बनाने का संकल्प भी लिया।
संसद का मानसूत्र सत्र सोमवार से प्रारंभ हो रहा है। हालांकि आज संसद दोनों सदनों के वर्तमान सदस्यों के निधन के मद्देनजर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद दिनभर के लिये स्थगित हो जायेगी लेकिन इसके बाद कई मुद्दों पर विपक्षी दल सरकार को घेरने से पीछे नहीं हटेंगी।
पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड में किसानों की आत्महत्या की घटनाएं थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं। यूएसनगर जिले में ट्रैक्टर का लोन नहीं चुका पाने की वजह से किसान ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। किसान की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है। फिलहाल किसान के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार किये गए किसानों को छुड़वाने के लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान व गुजरात के किसान नेताओं ने शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है।
यूपी की योगी सरकार ने अपने सालाना बजट में किसानों की कर्जमाफी का खास ख्याल रखा है। इसके लिए 36 हजार करोड़ रुपये की राशि रखी गई है। तीन लाख 84 हजार करोड़ रुपये के बजट में गरीबी खत्म करने को प्राथमिकता में शामिल किया गया है। इस बार का बजट पिछले साल के मुकाबले 11 फीसदी ज्यादा है।