कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले के आरोपी कांग्रेस नेता और उद्योगपति नवीन जिंदल को मंगलवार को एक विशेष अदालत ने उनकी विदेश यात्रा को कारोबारी मकसद से तीन दिन और बढ़ाने की अनुमति दे दी।
लुइसियाना प्रांत के दो बार गवर्नर रहे बॉबी जिन्दल का नाम डोनाल्ड ट्रंप के मंत्रिमंडल के लिए चुने गए उम्मीदवारों की सूची में शामिल है। जिन्दल ऐसे पहले भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें अमेरिका के किसी राज्य का गवर्नर बनने का मौका मिला। 45 वर्षीय जिन्दल को यदि मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है तो राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले वह पहले भारतीय-अमेरिकी होंगे। उन्हें अमेरिकी कांग्रेस के लिए निर्वाचित होने वाले दूसरे भारतीय-अमेरिकी व्यक्ति होने का गौरव भी प्राप्त है।
भारतीय मूल के अमेरिकी लोग देश की कांग्रेस में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि नवंबर में होने जा रहे चुनाव में इस समुदाय से महिलाओं सहित ज्यादा उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है।
एक समय डोनाल्ड ट्रंप के धुर विरोधी रहे एवं राष्ट्रपति पद के चुनाव में पार्टी उम्मीदवार बनने के पूर्व दावेदार बॉबी जिंदल ने कहा कि यदि ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार बनते हैं, तो वह उनके लिए मतदान करेंगे।
कीर्ति आजाद ने एसएफआईओ जांच में डीडीसीए में कोई घोटाला नहीं होने की भाजपा की दलील को खारिज करते हुए पूरे मामले की सीबीआई और ईडी से व्यापक जांच कराने की मांग की है। आजाद ने डीडीसीए विवाद में कुछ कांग्रेस नेताओं को भी लपेटा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काबुल से लौटते हुए लाहौर उतरकर सबको हैरानी में डाल दिया। उनके अचानक लाहौर पहुंचने और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के घर जाने के कदम से हर कोई आश्चर्यचकित है। लेकिन सियासी चर्चाओं पर यकीन करें तो इस मुलाकात का एक स्टील कनेक्शन भी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए कोशिश करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी एवं लुइसियाना के गवर्नर बाॅबी जिंदल व्हाइट हाउस की दौड़ से पीछे हट गए हैं। एक अभियान में रिपब्लिकनों के बीच बहुत ज्यादा समर्थन नहीं मिलने के बाद उन्होंने कहा कि यह मेरा समय नहीं है। जिंदल 2016 में होने वाले राष्टपति पद के चुनाव की दौड़ से बाहर होने वाले तीसरे रिपब्लिकन हैं। इससे पहले टेक्सास के गवर्नर रिक पेरी और विस्कोंसिन के गवर्नर स्काॅट वाकर अपनी दावेदारी वापस ले चुके हैं।