आंध्र प्रदेश में पुलिस द्वारा २० लोगों की हत्या और तेलंगाना में पांच लोगों की हिरासत में मौत ने एक बार फिर इस क्षेत्र में कानून के रक्षकों द्वारा ठंडे दिमाग हत्याएं करने की पुराने तरीके को जिंदा किया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को उस याचिका पर आम आदमी पार्टी (आप) और उसके विधायक रितुराज गोविंद से जवाब मांगा जिसमें उनके खिलाफ कथित तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय चिन्ह मुद्रित पहचानपत्र जारी करने के आरोप में कार्यवाही की मांग की गई है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती पर एक बार फिर पैसे देकर टिकट लेने का आरोप लगा है। यह आरोप बसपा के संस्थापक सदस्य एवं पूर्व मंत्री दीनानाथ भास्कर ने लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले बसपा सांसद जुगल किशोर भी मायावती पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं।
तेलंगाना के नलगोंडा जिले में एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा की गई गोलीबारी में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और दो अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए है। हमलावर का अब तक तक पता नहीं चल पाया है।
पिछले साल जब अरविंद केजरीवाल ने 49 दिनों की सरकार के बाद मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था, उसके बाद से वह लगातार आरोप लगाते थे कि भाजपा उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने के लिए करोड़ों रुपये का लालच दे रही है। अब उनके ही पूर्व विधायक राजेश गर्ग ने आरोप लगाया है कि भाजपा को समर्थन के बदले उन्हें और कई अन्य नेताओं को करोड़ों रुपये देने की पेशकश करने वाली फोन कॉल अरविंद केजरीवाल की सहमति से की गई थी।
चुनावों में शानदार जीत के बाद आम आदमी पार्टी में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे। हर दिन नया खुलासा। अब आप के भीतर चल रही उठापटक के बीच प्रशांत भूषण द्वारा पार्टी की पीएसी को पिछले साल भेजा गया एक ई-मेल सामने आया है, जिसमें उन्होंने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया पर नाखुशी जताई थी। उन्होंने कहा था कि वह पार्टी का फैसला करने वाले शीर्ष निकाय में रबर स्टांप नहीं रहेंगे।
आम आदमी पार्टी (आप) से प्रशांत भूषण, योगेन्द्र यादव और शांति भूषण को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए दिल्ली के पचास से ज्यादा विधायकों ने दस्तखत किये हैं। इससे पहले योगेन्द्र यादव ने कहा था कि विधायकों पर उनके खिलाफ दस्तखत करने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
तेलंगाना सरकार राज्य सचिवालय में मीडियाकर्मियों की आवाजाही को नियिमत करने का मन बना रही है। इससे संबंधित प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कहा कि पत्रकारों के साथ मशविरे के बाद इस प्रस्ताव पर फैसला किया जाएगा।
कामकाजी महिलाओं में सबसे खराब स्थितियां मजदूर वर्ग की महिलाओं की हैं। उनके लिए न तो क्रेच व्यवस्था है और न वे मजदूरी के समय से समय निकाल अपने नवजात बच्चों को दूध पिला सकती हैं। कुपोषण के शिकार इनके बच्चों का सही विकास तक नहीं हो पाता है। बच्चे को दूध न पिला सकने का ऐसा ही एक मामला तेलंगाना में सामने आया है जिसमें ऐसा होने पर बच्चे की मौत हो गई है।