एक ओर यूपी की योगी सरकार भले ही अपने 100 दिन पूरे करने पर संतुष्टि जता रही है, लेकिन उनके इस संतोष पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने निराशा व्यक्त करते हुए भाजपा सरकार को 100 में से शून्य अंक दिए हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में दलित समाज से जुड़े बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को आगे कर भाजपा ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले कोविंद की उम्मीदवारी के मुद्देे पर विपक्ष भी उलझन में पड़ा सकता है। यहां तक कि बसपा प्रमुख मायावती भी सीधे तौर पर उनका विरोध नहीं कर पा रही हैं।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र में भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने पर केंद्र सरकार और प्रदेश में योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में गरीब और गरीब हो गए जबकि अमीर और धनवान हो गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिर्फ बड़ी बड़ी बातें की, लेकिन काम कुछ नहीं किया।
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ‘भीम आर्मी’ पर बयान दिया है। सहारनुपर में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए ‘भीम आर्मी’ को बसपा के साथ जोड़कर देखे जाने का मायावती ने खंडन किया है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में मंगलवार को एक बार फिर से जमकर हिंसा हुई। मायावती की सभा से लौट रहे लोगों को दंगाइयों ने अपना निशाना बनाया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 9 लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में जातीय संगठनों के प्रदर्शनों पर रोक लगा दी गई है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज सहारनपुर के सब्बीरपुर गांव जाकर हिंसा पीड़ित दलित परिवारों से मिलीं। इस मौके पर उन्होंने केंद्र की मोदी और यूपी की योगी सरकार को दलित विरोधी बताते हुए स्थानीय प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया। प्रशासन ने मायावती को हेलीकॉप्टर से सहारनपुर जाने की अनुमति नहीं दी थी, जिसके बाद वह सड़क मार्ग से सब्बीरपुर पहुंची।