मोदी ने चीनी भाषा में की चीन यात्रा की घोषणा
प्रधानमंत्री मोदी ने 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स वाले चीनी माइक्रोब्लॉग पर लिखा है कि दो प्राचीन सभ्यताओं और दो सबसे बड़े विकासशील देशों के बीच मित्रता को मजबूत करने के लिए वह 14 मई से 16 मई की चीन यात्रा को लेकर आशान्वित हूं। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, मैं अपनी शियान, बीजिंग और शंघाई की यात्रा और राष्ट्रपति शी चिनफिंग एवं प्रधानमंत्री ली क्विंग के साथ अपनी सार्थक बातचीत का उत्सुकता के साथ इंतजार कर रहा हूं। यह पहली बार है, जब उनकी यात्रा की घोषणा आधिकारिक तौर पर की गई है।
अपनी आगामी यात्रा से पहले मोदी ने सेमवार को ट्विटर और फेसबुक की ही तरह मशहूर चीन की माइक्रोब्लॉग सीना वेइबो पर पदार्पण किया। उन्होंने कहा, हेलो चाइना। वेइबो के जरिय अपने चीनी मित्रों के साथ संवाद को लेकर उत्साहित हूं। इसके बाद एक अन्य पोस्ट में उन्होंने बौद्ध धर्म के कारण भारत और चीन के बीच विकसित हुए संबंधों को रेखांकित किया और कहा कि इसमें इस सदी को एशिया की सदी बनाने की शक्ति है। प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा, मैं आप सभी को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं।
आज हम सब भगवान बुद्ध के महान आदर्शों और उद्देश्य को याद करते हैं, जिन्होंने सदभाव और भाईचारे का संदेश फैलाया और एक शांतिपूर्ण विश्व की कल्पना की। बुद्ध एक ऐसी ताकत हैं, जो हमें, एशियाई देशों को जोड़ती है। यह ताकत इस सदी को एशियाई सदी बनाने के लिए एक मजबूत एकता बल की तरह उभर सकती है। प्रधानमंत्री मोदी की इन पोस्ट पर व्यापक प्रतिक्रियाएं आई हैं। 25 हजार से ज्यादा लोगों ने इसपर टिप्पणी की है। प्रधानमंत्री के रूप में मोदी अपनी चीन यात्रा की शुरूआत प्राचीन चीनी शहर शिआन से करेंगे।
यहां उनकी मेजबानी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और उनकी पत्नी पेंग लियुआन करेंगे। चीनी राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की अपने गृहनगर में मेजबानी दरअसल उनके द्वारा पिछले साल सितंबर में शी की अहमदाबाद यात्रा के दौरान की गई मेजबानी का ही एक खूबसूरत प्रतिदान है। शिआन शांक्सी प्रांत की राजधानी है और राष्ट्रपति शी का गृहनगर है। ऐसा कम ही होता है कि चीनी नेता विदेशी मेहमानों का स्वागत बीजिंग से इतर किसी अन्य शहर में करें। अधिकारियों के अनुसार, शी इस बात को लेकर बहुत उत्सुक हैं कि वह प्रधानमंत्री मोदी का ठीक वैसा ही गर्मजोशी और नयेपन से भरा स्वागत करें, जैसा उन्होंने शी की भारत यात्रा के दौरान किया था।
शी और पेंग को झूला झुलाने के अलावा मोदी उन्हें महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम भी लेकर गए थे। वहां उन्होंने और शी ने गांधी शैली में चरखा चलाया था। भारत और चीन के इन नेताओं की झूले वाली तस्वीर पिछले साल की विदेश यात्राओं की तस्वीरों में छाई रही थी।