राम मंदिर भूमि-पूजन की पाकिस्तान ने की आलोचना, भारत- आतंरिक मामलों में दखल न दें, सांप्रदायिक उकसावे से बचें
बुधवार यानी 5 अगस्त को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 175 गणमान्य शामिल हुए। समारोह को लेकर पाकिस्तान ने बयान देते हुए आलोचना की, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए पाक को दो टूक संदेश दिए हैं।
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गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि राम मंदिर को लेकर आतंकवाद में संलिप्त एक देश का ये रूख आश्चर्यजनक नहीं है। गौरतलब है कि बयान में पाकिस्तान ने कहा था कि भारतीय सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला दोषपूर्ण है।
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प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, हमने इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान का प्रेस स्टेटमेंट देखा है, जिसमें उन्होंने भारत के आंतरिक मामले पर टिप्पणी की है। पाकिस्तान को भारत के मामलों में दखल नहीं देना चाहिए और सांप्रदायिक उकसावे से बचना चाहिए।
पाकिस्तान ने अपने बयान में यह भी कहा था कि भारत में 'मस्जिदें खतरे' में है। स्टेटमेंट में कहा गया कि 'मस्जिद की जगह पर मंदिर का निर्माण भारतीय लोकतंत्र के लिए धब्बा है'।