प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किए जाने पर एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) देश है। पीएम मोदी ने राम मंदिर की आधारशिला रखकर प्रधानमंत्री कार्यालय की शपथ का उल्लंघन किया है। यह लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की हार और हिंदुत्व की सफलता का दिन है।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम (शिलान्यास) में हिस्सा लेकर पीएम ने जो प्रतिज्ञा की थी उसका उल्लंघन किया है। उन्होंने संविधान के बुनियादी ढांचे 'सेक्युलरिज्म' (धर्मनिरपेक्षता) का उल्लंघन किया है। आज का दिन हिंदुत्व की कामयाबी का दिन है और सेक्युलरिज्म की शिकस्त का।
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज कहा कि वह भावुक थे। मैं कहना चाहता हूं कि मैं भी उतना ही भावुक हूं क्योंकि मैं सह-अस्तित्व और नागरिकता की समानता में विश्वास करता हूं। श्री प्रधान मंत्री, मैं भावुक हूं क्योंकि एक मस्जिद 450 साल से वहां खड़ी थी।
ओवैसी ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। प्रधानमंत्री ने राममंदिर की आधारशिला रखकर कार्यालय की शपथ का उल्लंघन किया है। यह लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की हार और हिंदुत्व की सफलता का दिन है।
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर भी करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद के विध्वंस के लिए कांग्रेस समान रूप से जिम्मेदार है। ये धर्मनिरपेक्ष दल पूरी तरह से उजागर हो चुके हैं।