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6 जनवरी 2025 | Jan-06-2025

आवरण कथा/राज कपूर जन्मशती: आधी हकीकत, आधा फसाना

राज कपूर की निजी और सार्वजनिक अभिव्यक्ति का एक होना और नेहरूवादी दौर की सिनेमाई छवियां

राजेंद्र धोड़पकर

23 दिसंबर 2024 | Dec-23-2024

आवरण कथा/शादियों का बाजार: विवाह बाजार में आमद

भारत में महंगी और भव्य शादियों की चाह ने इसे एक अलग व्यापार बना दिया है, यह बाजार लगातार तेजी से बढ़ता जा रहा और कंपनियों की पेशकश भी बढ़ रही

राजीव नयन चतुर्वेदी

9 दिसंबर 2024 | Dec-09-2024

आवरण कथाः ट्रम्प के साये में दुनिया

असमानताएं सामाजिक असंतोष को पैदा करती हैं और ऐसे नेताओं को जन्म देती हैं जो बदले में असमानताओं को बढ़ाते हैं, ट्रम्प का उदय इस ऐतिहासिक सामाजिक प्रक्रिया का कोई अपवाद नहीं, उनसे भारत कैसे निपटेगा यह अनिश्चित

हरिमोहन मिश्र


11 नवंबर 2024 | Nov-11-2024

आवरण कथा/बॉलीवुड: मायानगरी की सियासत में जरायम के नए चेहरे

मायापुरी में अपराध भी फिल्मी अंदाज में होते हैं, बस एक हत्या, और बीते दशकों की कई जुर्म कथाओं पर चर्चा का बाजार गरम

मनीष पांडेय

28 अक्टूबर 2024 | Oct-28-2024

आवरण कथा/कुर्सी पुराणः कुर्सी महा ठगिनी हम जानी

आर्थिक उदारीकरण के पिछले तीन दशक के दौरान भारतीय राजनीति का चरित्र कुछ ऐसा बदला है कि धन, सार्वजनिक आचरण से लेकर नेताओं का चरित्र तक सब कुछ महज कुर्सी के इर्द-गिर्द सिमट गया है और दलों का फर्क मिट गया है

हरिमोहन मिश्र

14 अक्टूबर 2024 | Oct-14-2024

आवरण कथा/आइआइटी प्लेसमेंट: फूटा पैकेज का गुब्बारा

कारोबारी माहौल, उत्पादन क्षेत्र की मंदी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मुनाफे पर कंपनियों का जोर आइआइटी के छात्रों को न सिर्फ बेरोजगार कर रहा है, उनकी जान भी ले रहा

राजीव नयन चतुर्वेदी

30 सितंबर 2024 | Sep-30-2024

आवरण कथा/ओटीटी स्टारडम: ग्लोबल मंच के लोकल सितारे

सिंगल स्क्रीन सिनेमाहॉल का दौर खत्म होने और मल्टीप्लेक्स आने के संक्रमण काल में किसी ने भी गांव-कस्बे में रह रहे लोगों के मनोरंजन के बारे में नहीं सोचा, ओटीटी का दौर आया तो उसने स्टारडम से लेकर दर्शक संख्या तक सारे पैमाने तोड़ डाले

स्वाति बक्शी

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