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अगर कोई कहता है कि धर्मनिरपेक्षता खराब है, लोकतंत्र खतरनाक है तो इसे स्वीकार नहीं कर सकती: ममता बनर्जी

अगर कोई कहता है कि धर्मनिरपेक्षता खराब है, लोकतंत्र खतरनाक है तो इसे स्वीकार नहीं कर सकती: ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई कहता है कि धर्मनिरपेक्षता खराब है या...
असदुद्दीन आवैसी ने पीएम पर बोला हमला, कहा- आज धर्मनिरपेक्षता की हार और हिंदुत्व की सफलता का दिन है

असदुद्दीन आवैसी ने पीएम पर बोला हमला, कहा- आज धर्मनिरपेक्षता की हार और हिंदुत्व की सफलता का दिन है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किए जाने पर एआईएमआईएम के...
दिल्ली हिंसा पर बोले प्रकाश सिंह बादल- देश में न तो समाजवाद बचा, न धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र

दिल्ली हिंसा पर बोले प्रकाश सिंह बादल- देश में न तो समाजवाद बचा, न धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र

दिल्ली हिंसा पर अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी अकाली दल ने सवाल उठाए हैं। अकाली दल के नेता और...
बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी से एक ‌दिन पहले पूर्व नौकरशाहों ने जताया, देश की मौजूदा स्थिति पर अफसोस

बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी से एक ‌दिन पहले पूर्व नौकरशाहों ने जताया, देश की मौजूदा स्थिति पर अफसोस

छह दिसंबर को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाने की बरसी से एक दिन दिन पहले रिटायर्ड सिविल सर्वेंट यानी...
सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष देश है भारत : तस्लीमा

सबसे सुरक्षित और सच्चा धर्मनिरपेक्ष देश है भारत : तस्लीमा

मशहूर बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने साफ कहा है कि भारत उनका घर है और उनके पास अपना शेष जीवन निर्वासन में बिताने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
धर्मनिरपेक्षता के बदले  'इंडिया फर्स्‍ट' का पैंतरा

धर्मनिरपेक्षता के बदले 'इंडिया फर्स्‍ट' का पैंतरा

धर्मनिरपेक्षता की धारणा पर कुछ हद तक सवाल खड़े करते हुए संविधान दिवस (26 नवंबर 2015) के आयोजन ने इस बहस को एक बार फिर से खड़ा कर दिया। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उस दलील को दोहराया जिसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवार अर्से से उठाता रहा है। उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्षता शब्द की विकृत परिभाषा का उपयोग समाज में तनाव उत्पन्न कर रहा है।
गंगा-जमुनी संस्‍कृति पर हमलों का दौर

गंगा-जमुनी संस्‍कृति पर हमलों का दौर

देश इस समय विभिन्न क्षेत्रों में पतन की राह पर अग्रसर है। धर्मनिरपेक्षता, अनेकता, और भारतीय राष्ट्रीयता को राजनैतिक तौर पर कमजोर किए जाने के अलावा सांस्कृतिक बहुलता और मेलजोल की परंपरा पर भी कुठाराघात हो रहा है।
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