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15 November 2017

धर्मनिरपेक्षता को आजादी के बाद सबसे बड़ा झूठ बताने पर कांग्रेस ने की योगी की आलोचना

योगी आदित्यनाथ (बाएं), कपित सिबल (दाएं)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा धर्मनिरपेक्षता को आजादी के बाद सबसे बड़ा झूठ बताने वाले बयान की कांग्रेस ने आलोचना की है। योगी ने कहा था कि इस शब्द (धर्मनिरपेक्षता) का ईजाद और बार-बार इसका इस्तेमाल करने वालों को जनता से माफी मांगनी चाहिए।

पीटीआई के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में योगी ने कहा कि आजादी के बाद का सबसे बड़ा झूठ धर्मनिरपेक्षता है और इसने भारत की अपूरणीय क्षति की है। योगी ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष कोई शब्द नहीं है। धर्म हमारे यहां कर्तव्य, सदाचार और नैतिक मूल्यों का पर्याय है। इसमें व्यक्ति और समाज का जीवन निर्भर करता है।

इस पर कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए कपिल सिबल ने योगी पर तंज कसा। सिबल ने ट्वीट किया कि योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि 'धर्मनिरपेक्षता एक झूठ है' और मोदी सरकार की रामराज्य से तुलना करते हैं। यह 'सच' शायद सबसे बड़ा झूठ है।

योगी ने कहा था, 'राजनीतिक व्यवस्था पंथ निरपेक्ष होती है। हम किसी एक पंथ के प्रति आग्रही नहीं होंगे। यह मेरे साथ हर राजनेता का दायित्व बनता है कि पंथ निरपेक्ष हों लेकिन धर्मनिरपेक्ष नहीं। योगी ने कहा कि अतीत से भटका हुआ समाज त्रिशंकु की तरह हो जाता है। अतीत गौरव से भी आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करता है, इसलिए अतीत को विस्मृत नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम सबका मानना है कि इतिहास को सही परिप्रेक्ष्य में रखा जाना चाहिए। ऐसे में इतिहास के तथ्यों को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करना राष्ट्रद्रोह से कम नहीं है।'

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TAGS: secularism, yogi adityanath, kapil sibal, uttar pradesh
OUTLOOK 15 November, 2017
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