17 March 2016
सिंहस्थ मेले पर भी स्वच्छ भारत का असर
महीने भर चलने वाले सिंहस्थ मेले के दौरान उज्जैन को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए यहां लगभग 10,000 मूत्रालय और तकरीबन 15,000 स्नानघर भी बनाए जा रहे हैं।
सिंहस्थ मेले के दौरान उज्जैन में बड़ी हर दिन पैदा होने वाला कचरा भी एक समस्या होगी। लिहाजा शहरी इलाके में हर रोज 300 मीट्रिक टन कचरा और मेला क्षेत्र में प्रतिदिन 1000 से ज्यादा मीट्रिक टन कचरा उठाने के बंदोबस्त किए जा रहे हैं।
सिंहस्थ मेले में विशेष स्नान के दिनों में कचरे की मात्रा आम दिनों के मुकाबले काफी ज्यादा रहेगी। इसलिए विशेष स्नान वाले दिनों में हर रोज 2,000 से 2,500 मीट्रिक टन कचरा उठाने की तैयारी की जा रही है। सिर्फ सफाई पर ही 117 करोड़ रपये की योजना बनाई गई है। ताकि उज्जैन साफ-सुंदर दिखे।