वन्य जीवों की होगी गिनती
बीस मार्च जैसलमेर-बाडमेर के डेजर्ट नेशनल पार्क में खास होगा। इस दिन यहां रहने वाले रहवासियों यानी यहां के वन्य जीवों की गिनती का काम शुरू होगी। इस कड़ी में विश्व में तेजी से लुप्त होते जा रहे पक्षी द ग्रेट इंडियन बस्टर्ड ‘गोडावण’ और अन्य दुलर्भ वन्य जीवों की गणना का काम भी होगा।
मुख्य वन संरक्षक गोविन्द सागर भारद्वाज ने बताया कि यह गणना इस मायने में महत्वपूर्ण है कि गोडावण की 70 फीसदी संख्या जैसलमेर में ही हैं और यहां गोडावण को लुप्त होने से बचाने के लिए कई योजनाओं पर काम भी चल रहा है। भारद्वाज ने बताया कि संरक्षण योजनाओं के अच्छे परिणाम भी सामने आए हैं। पिछले साल दो अंडों से गोडावण के दो बच्चे बाहर भी आए हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार वन्यजीव प्राणियों की गणना के खास इंतजाम किए गए हैं। इस गणना में चिंकारा, हिरण, काले खरगोश, जंगली बिल्ली, रेगिस्तानी लोमड़ी जैसे जीवों की गणना भी की जाएगी। डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर के उप निदेशक अनूप के. आर. ने बताया कि जैसलमेर बाड़मेर में फैले डेजर्ट नेशनल पार्क के साथ पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संभावित अन्य विचरण स्थलों पर आगामी 20 मार्च से उसकी तथा अन्य वन्यजीवों की गणना की जाएगी। इस काम के लिए करीब साढ़े 25 हजार वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र चिन्हित किया गया है और कुल 118 ब्लॉक बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पूरी गणना वैज्ञानिक ढंग से की जाएगी और भारतीय वन्य जीव प्राणी संस्थान के वैज्ञानिक वाई. बी. झाला की देखरेख में की जाएगी। गणना के लिए 18 दल बनाए गए हैं जिनमें भारतीय वन्य जीव प्राणी संस्थान के जैविक शोधकर्ता, विशेषज्ञ एवं वन विभाग के विशेषज्ञ भाग लेंगे।