किताब 'अ डेमोक्रेसी इन रिट्रीट' का हुआ विमोचन, पूर्व जज अश्विनी कुमार ने कहा- देश मेजोरिटेरियन नहीं बल्कि कांस्टीट्यूशनल डेमोक्रेसी है
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आज यानी बुधवार को पूर्व कानून मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज अश्वनी कुमार की किताब 'अ डेमोक्रेसी इन रिट्रीट' का विमोचन हुआ. इस दौरान मुख्य अतिथि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, राज्यसभा सांसद मनोज झा और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मदन भीमराव लोकुर थे.
ये किताब डेमोक्रेसी डेफिसिट को उजागर करता है. जिसमें कुछ लेटेस्ट उदाहरण दिए गए हैं. ये किताब Human Dignity: A Purpose In Perpetuit का अगला हिस्सा है. पुस्तक में 2020-21 किसान आंदोलन, 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा आदि को परिभाषित किया गया है. किताब में डेमोक्रेसी और डिग्निटी को खासतौर से परिभाषित किया गया है. किताब में कुल 32 चैप्टर हैं.
अश्वनी कुमार के मुताबिक, “किताब में शामिल चिंतन पिछले दो वर्षों में आमतौर पर लोकतंत्र और राष्ट्र की स्थिति पर इत्मीनान से किए गए चिंतन से उपजा है. ये टुकड़े किसी व्यक्ति या विशेष राजनीति या नीतियों की निंदा नहीं हैं. यह पुस्तक उन गंभीर चुनौतियों से निपटने में हमारी राजनीतिक व्यवस्था की अपर्याप्तताओं को प्रदर्शित करने का प्रयास करती है जिनका हम आम तौर पर सामना करते हैं.''
अश्वनी कुमार ने कहा कि जब मैं लोकतंत्र की बात करता हूँ तो इसमें फेयरनेस, जस्टिस, रूल ऑफ लॉ आदि सारे मसले शामिल हैं. एक सवाल-जवाब में उन्होंने आगे कहा कि देश में मनमाना हिसाब से कानून का इस्तेमाल बढ़ा है. हाल में सांसदों का निष्कासन उसका एक उदाहरण है. उन्होंने आगे कहा कि हम मेजोरिटेरियन डेमोक्रेसी नहीं बल्कि कांस्टीट्यूशनल डेमोक्रेसी हैं.
वहीं, बुक लॉन्च के दौरान पूर्व-उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने भी लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कई रिपोर्ट्स का हवाला दिया जिसमें बताया गया है कि कई देश में सत्तावादी रुख ज्यादा बढ़ रहे हैं. लोकतंत्र के किसी न किसी एक पहलू में दुनिया के आधे देशों का ग्राफ गिरा है.
इस बुक लॉन्च इवेंट में कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे. इसमें नेशनल कॉम्फ्रेन्स के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अबदुल्ला, जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर एनवी वोहरा, सीपीआई(एम) के जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी, कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी, जेडीयू नेता केसी त्यागी, आरजेडी नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा आदि मौजूद थे.