Advertisement

Search Result : "A Democracy in Retreat book launch"

लोकतंत्र के ताबूत में ठोकी गई हर कील मेरे दिल में ठोकी गई कील के समान: जयप्रकाश नारायण ने आपातकाल में लिखा था

लोकतंत्र के ताबूत में ठोकी गई हर कील मेरे दिल में ठोकी गई कील के समान: जयप्रकाश नारायण ने आपातकाल में लिखा था

पचास पहले देश में लगाए गए आपातकाल के दौरान राजनीतिक बंदी के रूप में समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण ने...
Advertisement
Advertisement
Advertisement