Advertisement
08 March 2016

उत्तर प्रदेशः अप्रैल से वेब बेस्ड क्राइम मैपिंग सिस्टम की शुरूआत

गूगल

आईजी पीएसी (पूर्वी जोन) आशुतोष पांडे और कानपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक जकी अहमद ने आज एक पत्रकार वार्ता में बताया कि गूगल के सहारे प्रिवेंटिव पुलिसिंग की शुरूआत कानपुर जोन के नौ जिलों - कानपुर शहर, कन्नौज, कानपुर देहात, फरूर्खाबाद, झांसी, ललितपुर, मैनपुरी, जालौन और इटावा के सभी 176 पुलिस स्टेशनों में पिछले एक वर्ष से अधिक समय से हो रही है अब इसे पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया जाना है।

 

उन्होंने बताया कि इसके लिये अलग अलग जोन में जाकर वहां के पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को इसी माह प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा एक अप्रैल से वेब बेस्ड क्राइम मैपिंग का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिये प्रत्येक थाने के एक एक युवा पुलिसकर्मी को इस बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी और वह अपने अपने पुलिस स्टेशनों कंप्यूटर में आजकल डाटा फीडिंग का काम करेंगे और पिछले पांच साल में उनके जिले में हुए अपराधों का ब्यौरा गूगल पर डालेंगे। पांडे के अनुसार अभी तक पुलिस रिएक्टिंग पुलिसिंग करती रही है और कोई अपराध या घटना हो जाने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है और मामले की जांच पड़ताल कर अपराधियों तक पहुंचती है। प्रिवेंटिव पुलिसिंग की शुरूआत एक अप्रैल से हो रही है ताकि अपराध से पहले या अपराध करने के बाद अपराधी तुरंत पुलिस की गिरफ्त में हो।

Advertisement

 

उन्होंने बताया कि गूगल मैप पर डाले गए डाटा में अपराध क्या था, किसने किया था, कब किया था तथा वर्तमान समय मे उस मामले की स्थिति क्या है अपराधी कौन थे और क्या पकड़े गए थे या अभी तक फरार है सारी जानकारी उपलब्ध होगी। किसी शहर का नाम गूगल मैप पर डालने के साथ ही शहर में इलाके के अनुसार अपराध खुद ब खुद सामने आ जाएंगे और यह पता चल जाएगा कि किस इलाके में कौन सा अपराध ज्यादा हो रहा है। पांडे ने बताया कि जहां अपराध ज्यादा हो रहा है, वहां पुलिस की टुकडि़यां तैनात की जाएंगी।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: उत्तर प्रदेश, पुलिस स्टेशन, गूगल , प्रिवेंटिव पुलिसिंग
OUTLOOK 08 March, 2016
Advertisement