11 February 2015
युद्ध पीड़ित लड़कियों की मदद करेंगी एंजेलिना
गार्डियन ऑनलाइन के अनुसार संयुक्त राष्ट शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के लिए विशेष दूत 39 वर्षीय जोली हाल ही में उत्तर इराक से लौटी हैं जहां उन्होंने इस्लामिक स्टेट की हिंसा के चलते अपने घर-बार छोड़ने को विवश हुए लाखों लोगों में से कुछ से मुलाकात की।
छह बच्चों की मां ने कहा कि लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स (एलएसई) में महिलाओं, शांति एवं सुरक्षा से संबद्ध केंद्र के विद्यार्थियों के पास विश्व को बदलने का मौका है।
उन्होंने कहा, यदि आप मुझसे पूछें कि यह केंद्र किसके लिए है, तो मन में एक बात आती है कि यह उनके लिए है जो आज इस कमरे में नहीं हैं। मैं एक लड़की के बारे में सोचती हूं जिससे मैं इराक में तीन हफ्ते पहले मिली। वह 13 साल की है, लेकिन स्कूल जाने की बजाय वह एक अस्थाई तंबू में जमीन पर बैठती है।