करण की फिल्में अनुराग के लिए नहीं होतीं
गैंग्स ऑफ वासेपुर में अनुराग कश्यप ने तिग्मांशु धुलिया को खलनायक के रूप में पेश किया और दर्शकों को लगा कि बॉलीवुड को नया खलनायक मिल गया है। इस बार अनुराग बाम्बे वेलवेट में चॉकलेटी से निर्देशक करण जौहर को पेश कर रहे हैं। उनकी भूमिका भी बहुत खास है। इस फिल्म में वह कायजाद खंबाटा बने हैं जो अपना मीडिया व्यवसाय चलाने के लिए किसी तरह के समझौते से गुरेज नहीं करता है। यह भूमिका भले ही थोड़े गहरे रंग लिए हुए हो पर फिल्म के रशेज देखने वाले कह रहे हैं कि करण जौहर ने कमाल का अभिनय किया है। करण खुद की हो रही तारीफ से बहुत खुश है। उन्होंने अपने मुरीदों से कहा, ‘मुझे पता है मैं खान नायकों जैसा नहीं हूं। अनुराग ने मुझ पर विश्वास किया तो अच्छा लग रहा है। और हां चूंकि अभिनय में मैं नौसिखिया हूं तो इस फिल्म के लिए अनुराग ने मुझे 11 रुपये फीस दी है।’
करण ने मजाक करते हुए कहा, ‘मैं अनुराग को फिल्मों में नहीं ले सकता क्योंकि मैं ऐसी फिल्में बनाता ही नहीं जिसमें अनुराग फिट हों। मैं तो प्यार मुहब्बत की फिल्में बनाता हूं, जो न्यूयार्क और लंदन की गलियों में गाना गाते हैं। और मुझे लगता है अनुराग यह सब करते हुए बड़े अजीब लगेंगे !