अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपना यह दावा फिर दोहराया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया विवाद को "व्यापार" के माध्यम से "समाधान" कर दिया है।
ट्रम्प ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ बैठक के दौरान ओवल कार्यालय में अपने वक्तव्य में कहा, "यदि आप देखें कि हमने पाकिस्तान और भारत के साथ क्या किया है। हमने उस पूरे मामले को सुलझा लिया है, और मुझे लगता है कि मैंने इसे व्यापार के माध्यम से सुलझा लिया है।"
उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ एक "बड़ा सौदा" कर रहा है। ट्रम्प ने कहा, "और मैंने पूछा, 'आप लोग क्या कर रहे हैं?"
उन्होंने कहा, "किसी को तो आखिरी में गोली चलानी ही थी। लेकिन गोलीबारी की घटनाएं बढ़ती ही जा रही थीं, बड़ी होती जा रही थीं, देशों में गहरी होती जा रही थीं। और हमने उनसे बात की, और मुझे लगता है कि हमने, आप जानते हैं, मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि हमने इसे सुलझा लिया है, और फिर दो दिन बाद, कुछ ऐसा हुआ, और उन्होंने कहा कि यह ट्रम्प की गलती है।"
ट्रंप ने कहा, "लेकिन, पाकिस्तान में कुछ बेहतरीन लोग और कुछ बहुत अच्छे, महान नेता हैं। और भारत मेरा मित्र है, मोदी।"
जवाब में दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने कहा, "मोदी, पारस्परिक मित्र"।
ट्रम्प ने कहा, "वह एक महान व्यक्ति हैं और मैंने उन दोनों को फोन किया। यह अच्छी बात है।"
अमेरिकी राष्ट्रपति बार-बार दावा करते रहे हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को सुलझाने में मदद की। गौरतलब है कि भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 7 मई की सुबह 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर सटीक हमले किए थे। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।
भारतीय कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। भारतीय सेना ने कई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर भीषण जवाबी हमला किया।
चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी थी। 10 मई को ट्रम्प ने घोषणा की थी कि वाशिंगटन की मध्यस्थता में "लंबी रात" तक चली वार्ता के बाद भारत और पाकिस्तान "पूर्ण और तत्काल" युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं।