सीकी हस्तकला को वैश्विक पहचान दिलाने वाले धीरेंद्र कुमार का चयन केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय ने प्रतिष्ठित नेशनल अवॉर्ड के लिए किया है। उनका चयन आउटलुक हिंदी में भगवान बुद्ध की जीवन यात्रा को बयां करने वाली कलाकृति के लिए किया गया है।
बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले धीरेंद्र इस क्षेत्र में 31 सालों से सक्रिय हैं। लुप्तप्राय सीकी को उन्होंने नई जिंदगी दी है। वे बिहार सरकार की मदद से रचना सीकी कला केंद्र भी चलाते हैं, जहां गरीब महिलाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। धीरेंद्र अब तक दो लाख से अधिक पेंटिंग बना चुके हैं। अमेरिका, थाइलैंड, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और खाड़ी देशों में भी उनकी कलाकृति की काफी मांग है।
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धीरेंद्र के अलावा मिथिला पेंटिंग की नामचीन कलाकार हेमा देवी का चयन भी नेशनल अवॉर्ड के लिए किया गया है। सीकी कला को बढ़ाने में योगदान देने के लिए सुधीरा देवी का चयन नेशनल मेरिट अवॉर्ड के लिए किया गया है। मार्च के अंत में इनलोगों को सम्मानित किया जाएगा।