बॉलीवुड निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने शनिवार को आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस ने उनकी फिल्म द बंगाल फाइल्स का ट्रेलर लॉन्च रोक दिया, पीटीआई ने रिपोर्ट किया। यह ट्रेलर, जो 1946 के कलकत्ता दंगों पर आधारित है, शनिवार दोपहर शहर के एक पांच सितारा होटल में लॉन्च होना था। पीटीआई के मुताबिक, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
अग्निहोत्री ने कहा, “अगर यह तानाशाही/फासीवाद नहीं है तो फिर क्या है?... आपके राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है और यही कारण है कि हर कोई ‘द बंगाल फाइल्स’ का समर्थन कर रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “मुझे अभी पता चला है कि कुछ लोग यहां (निजी होटल में कार्यक्रम स्थल) आए और सभी तार काट दिए। मुझे नहीं पता किसके आदेश पर यह सब हो रहा है? आप जानते हैं कि हमारे पीछे कौन लोग हैं। तमाम जांच और तैयारी के बाद यह कार्यक्रम हो रहा था। होटल प्रबंधन भी हमें नहीं बता पा रहा कि हमें अपना कार्यक्रम क्यों जारी रखने नहीं दिया जा रहा...”
इससे पहले शुक्रवार को अग्निहोत्री ने अपने X अकाउंट पर पोस्ट किए गए वीडियो में दावा किया था कि एक प्रमुख सिनेमाघर श्रृंखला ने भी उनकी फिल्म के ट्रेलर लॉन्च इवेंट को रद्द कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया था कि थिएटर चेन ने इसके पीछे “राजनीतिक दबाव” का हवाला दिया। द बंगाल फाइल्स अस्सी के दशक से पहले अविभाजित बंगाल में हुए सांप्रदायिक दंगों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। यह फिल्म 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
वहीं, अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने भी आरोप लगाया कि ट्रेलर लॉन्च की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, “मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा कि मेरी फिल्म को इस तरह रोका गया। क्या इस राज्य में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है? बतौर फिल्ममेकर और अभिनेता हम अपना बनाया हुआ काम दिखा भी नहीं सकते। आखिर इन्हें किस बात का खतरा महसूस हो रहा है? ऐसा तो कश्मीर में भी नहीं हुआ। क्या हम यह मान लें कि कश्मीर की स्थिति बंगाल से बेहतर है?”
उन्होंने आगे कहा, “देखिए आज बंगाल में क्या हो रहा है। और इसी वजह से ‘द बंगाल फाइल्स’ जैसी फिल्में ज़रूरी हैं। मैं चाहती हूं कि भारत का हर नागरिक यह फिल्म देखे और बंगाल की सच्चाई जाने। कलाकारों को सम्मान देना राज्य की ज़िम्मेदारी है...”