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संसद का बजट सत्र शुरू, राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में मोदी सरकार की सफलताओं को लेकर कही ये बातें

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट हेतु संसद के सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के...
संसद का बजट सत्र शुरू, राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में मोदी सरकार की सफलताओं को लेकर कही ये बातें

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट हेतु संसद के सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से हुई। उन्होंने बुधवार को संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि 2023 देश के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था जब इसने सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था होने का टैग बरकरार रखा।

केंद्र सरकार की ओर से उन्होंने संसद को बताया, "वर्ष 2023 भारत के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष था, जब वैश्विक संकट के बावजूद प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में यह सबसे तेजी से बढ़ी। लगातार दो तिमाहियों में भारत की वृद्धि दर लगभग 7.5 प्रतिशत रही। हम सभी बचपन से गरीबी हटाओ के नारे सुनते आ रहे हैं लेकिन अब हम बड़े पैमाने पर गरीबी को दूर होते देख रहे हैं। नीति आयोग के अनुसार मेरी सरकार के एक दशक के कार्यकाल में लगभग 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले। भारत को पिछले साल अपना सबसे बड़ा समुद्री पुल अटल सेतु मिला। भारत को अपनी पहली नमो भारत ट्रेन और पहली अमृत भारत ट्रेन मिली। भारत की एयरलाइन कंपनी ने दुनिया की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट डील की।"

उन्होंने कहा, "आज दुनिया के कुल रियल टाइम डिजिटल लेनदेन का 46 प्रतिशत भारत में होता है। पिछले महीने UPI से रिकॉर्ड 1200 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं। इसके तहत 18 लाख करोड़ रुपए का रिकॉर्ड लेनदेन हुआ है। बीते वर्षों में विश्व ने दो बड़े युद्ध देखे और कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का सामना किया। ऐसे वैश्विक संकटों के बावजूद मेरी सरकार ने देश में महंगाई को काबू में रखा, सामान्य भारतीय का बोझ नहीं बढ़ने दिया।"

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "आतंकवाद हो या विस्तारवाद, हमारी सेनाएं आज 'जैसे को तैसा' की नीति के साथ जवाब दे रही हैं। जम्मू कश्मीर में आज सुरक्षा का वातावरण है। आज वहां हड़ताल का सन्नाटा नहीं, भीड़भाड़ बाजार की चहल-पहल है। नॉर्थ-ईस्ट में अलगाववाद की घटनाओं में भारी कमी आई है।"

उनके संबोधन के साथ ही संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई। सरकारी कामकाज की अनिवार्यताओं के अधीन, सत्र 9 फरवरी को समाप्त हो सकता है। गौरतलब है कि नए संसद भवन में राष्ट्रपति मुर्मू का यह पहला संबोधन है।

राष्ट्रपति ने कहा, "नए संसद भवन में यह मेरा पहला संबोधन है। इस भव्य भवन का निर्माण अमृत काल के प्रारंभ में हुआ है। इसमें 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की खुशबू है, इसमें संकल्प भी है। लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं का सम्मान करें। इसके अलावा, इसमें 21वीं सदी के नए भारत की नई परंपराओं के निर्माण का भी संकल्प है।"

राष्ट्रपति ने कहा, "मुझे विश्वास है कि इस नई इमारत में नीतियों पर सार्थक बातचीत होगी।" अपनी सरकार के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "आज हम जो उपलब्धियां देख रहे हैं, वह पिछले 10 वर्षों की प्रथाओं का विस्तार है। हमने बचपन से 'गरीबी हटाओ' का नारा सुना है। आज, हमारे जीवन में पहली बार, हम देखते हैं कि बड़े पैमाने पर गरीबी दूर हो रही है।"

इससे पहले, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को पारंपरिक घोड़ा-गाड़ी में बजट सत्र के लिए नए संसद भवन पहुंचीं, जिसे आखिरी बार हाल के 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान देखा गया था। बजट सत्र की शुरुआत से पहले संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए राष्ट्रपति मुर्मू आज गार्डों के साथ बग्गी में सवार होकर संसद के लिए रवाना हुईं।

संसद पहुंचने पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उनका स्वागत किया। उनके संबोधन से पहले सदन में पवित्र 'सेन्गोल' की रस्में आयोजित की गईं। राष्ट्रपति के आगमन के साथ ही 'सेन्गोल' को संसद में ले जाया गया और उनकी उपस्थिति में इसे सदन में स्थापित किया गया।

इस साल 28 मई को, पीएम मोदी ने पूजा करने के बाद नए संसद भवन में स्पीकर की कुर्सी के ठीक बगल में लोकसभा कक्ष में गोल्डन स्पेक्टर स्थापित किया। नए संसद भवन में स्थापित करने से पहले पीएम मोदी को अधिनम्स द्वारा ऐतिहासिक 'सेन्गोल' सौंपा गया था।

इस बीच, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण गुरुवार को अंतरिम केंद्रीय बजट पेश करेंगी। लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी सत्र इस साल अप्रैल-मई में होने की उम्मीद है, जिसमें 10 दिनों की अवधि में कुल आठ बैठकें होंगी। अंतरिम बजट आम तौर पर लोकसभा चुनाव के बाद सरकार बनने तक बीच की अवधि की वित्तीय जरूरतों का ख्याल रखता है।

यह सत्र दो लिहाजों से खास है- पहला तो यह कि इस सत्र में देश की वित्त मंत्री अंतरिम बजट पेश करेंगी। वहीं, यह सत्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को सदन में अंतरिम बजट पेश करेंगी। लोकसभा चुनाव से पहले यह संसद का आखिरी सत्र है। लोकसभा चुनाव नजदीक होने के कारण नागरिकों को राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं, नौ फरवरी तक चलने वाला सत्र हंगामेदार हो सकता है। विपक्ष सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेर सकती है।

बजट सत्र से पहले सरकार के अनुरोध पर दोनों सदनों के 14 सदस्यों का निलंबन रद्द करने का फैसला लिया गया है। जिन्हें अनिश्चितकाल के लिए निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव विशेषाधिकार समिति को भेज दिया गया था। बता दें कि संसद के पिछले सत्र के दौरान सदन में हंगामा करने के कारण 146 सदस्यों को निलंबित किया गया था। इनमें 100 लोकसभा और 46 राज्यसभा के थे।

संसद में बजट सत्र से पहले सभी पार्टियों के नेताओं के साथ मंगलवार को सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक के लिए केंद्र की तरफ से सभी पार्टियों को आमंत्रित किया गया था। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी दोनों सदनों के सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की। बैठक शुरू होने से पहले टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय और सुखेंदु शेखर रे केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और अर्जुन राम मेघवाल से मिले। उनके अलावा एमडीएमके सांसद वाइको इस बैठक में शामिल हुए।

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