संभावना है कि इस बार रेल पर पैसा बरसाया जा सकता है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि वित्त मंत्री बजट में 11,000 ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 3,000 करोड़ का आवंटन कर सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले साल आम चुनाव के मद्देनजर हो सकता है कि इस बार रेल किराए की बढ़ोतरी में कोई बड़ी घोषणा न हो। साथ ही नई ट्रेनों की आस लगाए बैठे लोग भी निराश हो सकते हैं।
इस बार रेलवे को 1.46 लाख करोड़ रुपये की बजट राशि मिल सकती है। अरुण जेटली से उम्मीद की जा रही है कि सन 2022 तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य को लेकर आम बजट में चर्चा करेंगे। यह आगामी बुलेट ट्रेन के रास्ते को भी साफ करेगी क्योंकि बिना इलेक्ट्रिफिकेशन के बुलेट ट्रेन का सपना साकार नहीं हो सकता है।
इलेक्ट्रिफिकेशन से एक अनुमान के मुताबिक रेलवे को 10 हजार करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। सरकार की योजना है कि नई ट्रेनों को चला कर रेलवे पर अतिरिक्त बोझ डालने के बजाय पुरानी ट्रेनों के परिचालन को ही दुरुस्त किया जाए।