अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर सरकार की मुश्किलें दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते अगस्त के दौरान आठ कोर क्षेत्रों का उत्पादन निगेटिव जोन में चला गया। उत्पादन में गिरावट मुख्य रूप से कोयला, कच्चा तेल, नेचुरल गैस, सीमेंट और बिजली क्षेत्र में रही। इन क्षेत्रों का उत्पादन 0.5 फीसदी घट गया जबकि पिछले साल अगस्त में कोर सेक्टर की विकास दर 4.7 फीसदी रही है।
चार क्षेत्रों के उत्पादन में भारी गिरावट
सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक आठ कोर उद्योगों का संयुक्त सूचकांक 128.2 पर रहा। इन क्षेत्रों में कोयला, कच्चा तेल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट और बिजली आते हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक बीते अगस्त के दौरान कोयला, कच्चा तेल, नेचुरल गैस, सीमेंट और बिजली क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट रही। कोयला में 8.6 फीसदी, कच्चा तेल में 5.4 फीसदी, सीमेंट में 3.9 फीसदी और बिजली क्षेत्र में 4.9 फीसदी उत्पादन कम रहा। हालांकि स्टील में 5 फीसदी और फर्टिलाइजर में 2.9 फीसदी उत्पादन बढ़ा।
पिछले पांच महीनों में विकास आधी से भी कम
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त तक पांच महीनों में इन उद्योगों की विकास दर 2.4 फीसदी रही जबकि पिछले साल समान अवधि में विकास दर 5.7 फीसदी रही थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आइआइपी) में आठ कोर क्षेत्रों की हिस्सेदारी 40.27 फीसदी रहती है।