इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय में निदेशक एस.के. मारवाह ने सिंगापुर में कहा, हमें वर्ष 2020 तक घरेलू मांग को पूरा करने और 80 अरब डालर का निर्यात करने के लिये सालाना 400 अरब डालर का इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन करना होगा।
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 25 प्रतिशत सब्सिडी के साथ 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति है। सिंगापुर में इंडिया कनेक्ट व्यावसायिक फोरम को संबोधित करते हुए मारवाह ने अगले चार साल के दौरान इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र का उत्पादन कारोबार 300 अरब डालर तक बढ़ाने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि देश में 98 स्मार्ट शहरों को विकसित किये जाने के दौरान नये साजो-सामान की आवश्यकता होगी। इसमें कई तरह के उच्च प्रौद्योगिकी उत्पादों की मांग बढ़ेगी। भारत में अभी इलेक्ट्रॉनिक्स मांग 100 अरब डालर तक है।
उन्होंने कहा कि इस समय भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 16 अरब डालर का नया निवेश मिला है। मारवाह को उम्मीद है कि भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र जल्द ही 100 अरब डालर का होगा। इसमें 28 अरब डालर का मौजूदा निवेश और 52 अरब डालर के नए निवेश की जरूरत होगी।