भारत में पिछले कुछ समय से गिरती अर्थव्यवस्था का विषय सुर्खियों में बना हुआ है। विपक्ष लगातार मोदी सरकार को नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों पर घेरता रहा है। इस बीच विश्व बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था पर बड़ा बयान दिया है।
गिरती अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ जाएगी
विश्व बैंक ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों को देश के हित में बताया और कहा आने वाले महीनों में गिरती अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ जाएगी और एक बार फिर से रफ्तार पकड़ लेगी। विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में सुस्ती अस्थाई है, ऐसा जीएसटी की वजह से है, जीएसटी आने वाले समय में बड़ा सकारात्मक बदलाव लाएगी और भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ पहुंचाएगी।
जिम योंग ने की मोदी की तारीफ
नरेंद्र मोदी के प्रयासों की तारीफ करते हुए विश्व बैंक के अधिकारी जिम योंग ने कहा, ‘हम लगातार नरेंद्र मोदी के प्रयासों पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने देश के व्यापारिक वातावरण को सुधारने के लिए जो फैसले लिए हैं, वे लम्बे समय में देश के हित में साबित होंगे।’ इसके अलावा जीएसटी मुद्दे पर कहा कि इसके दुष्प्रभाव अस्थायी हैं और बहुत जल्द इसके अच्छे प्रभाव देखने को मिलेंगे।
भारत में सुधार की व्यापक गुंजाइश
भारत और ह्यूमन रिसोर्स संबंधी एक सवाल पर किम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सफाई से जुड़े मुद्दों पर गहरी प्रतिबद्धता जताई है और स्वच्छ भारत भी सबसे प्रभावी कार्यक्रमों में से एक है। उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी खुद समूचे भारत के लिए अवसर सुधारने को बहुत प्रतिबद्ध हैं। भारत के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं और बाकी देशों की तरह वहां भी सुधार की व्यापक गुंजाइश है।’
उल्लेखनीय है कि पहली तिमाही में भारत की आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई। इसके लिए विपक्षी दलों व अनेक अर्थशास्त्रियों ने नोटबंदी और जीएसटी को जिम्मेदार बताया है। वहीं, अप्रैल-जून तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि दर सालाना आधार पर 5.7 प्रतिशत रही, जो जनवरी-मार्च तिमाही में 6.1 प्रतिशत थी।