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आम्रपाली ने साक्षी धोनी की कंपनी को दिया होमबॉयर्स का पैसा, ऑडिटर्स का सुप्रीम कोर्ट में खुलासा

महेंद्र सिंह धोनी फिर से चर्चा में हैं। इस बार वह अपनी पत्नी साक्षी धोनी की वजह से सुर्खियों में है।...
आम्रपाली ने साक्षी धोनी की कंपनी को दिया होमबॉयर्स का पैसा, ऑडिटर्स का सुप्रीम कोर्ट में खुलासा

महेंद्र सिंह धोनी फिर से चर्चा में हैं। इस बार वह अपनी पत्नी साक्षी धोनी की वजह से सुर्खियों में है। सुप्रीम कोर्ट में आम्रपाली मामले पर चल रही सुनवाई के दौरान फोरेंसिक ऑडिटर्स पवन कुमार अग्रवाल और रविंद्र भाटिया ने  सनसनीखेज खुलासा किया है। उनका कहना  है कि आम्रपाली ने रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और आम्रपाली माही डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक ‘फर्जी एग्रीमेंट’ किया था। साथ ही ऑडीटर्स का मानना है कि आम्रपाली ग्रुप ने होमबायर्स का पैसा रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को डायवर्ट कर दिया। रिति स्पोर्ट्स में साक्षी धोनी बड़ी स्टेक होल्डर हैं। साथ ही यह पैसा साक्षी धोनी को नकद में दिया गया है। ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक यह स्पष्ट नहीं है कि किस आधार पर रिति को इतनी बड़ी रकम मिली।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त ऑडिटर्स ने अपनी फोरेंसिक रिपोर्ट में पाया है कि धोनी का  रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्रा. लि. में बड़ा स्टेक है और उनकी पत्नी साक्षी धोनी आम्रपाली माही डेवलपर्स प्रा. लि में निदेशक के पद पर हैं। एम एस धोनी खुद 2016 तक आम्रपाली ग्रुप के ब्रांड एंबेसेडर थे लेकिन होम बायर्स के विरोध के बाद उन्होंने ब्रांड एंबेसेडर पद से इस्तीफा दे दिया था।

जस्टिस अरुण मिश्रा और यू यू ललित की सुप्रीम कोर्ट की बेंच के सामने मंगलवार को पुन: पेश की गई फोरेंसिक ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया कि हमें लगता है कि घर खरीदारों का पैसा अवैध रूप से और गलत तरीके से रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के पास भेज दिया गया है और उनसे यह वसूला जाना चाहिए क्योंकि हमारी राय में उक्त समझौता कानून की कसौटी पर खरा नहीं उतरता है।

23 कंपनियां सूचीबद्ध, आम्रपाली माही का भी नाम

अपने ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने 23 कंपनियों को सूचीबद्ध किया, जो केवल कार्यालय के लड़कों, बिना आय और डमी कंपनियों वाले व्यक्तियों और परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को शामिल करने के लिए बनाई गई थीं, जिसमें परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को केवल कुछ लेनदेन के लिए सदस्य के रूप में शामिल किया गया था। इनमें से दो कंपनियां आम्रपाली माही और आम्रपाली मीडिया विजन प्राइवेट लिमिटेड भी थीं।

किस आधार पर रिति को मिली बड़ी रकम, स्पष्ट नहीं 

रिकॉर्ड के अनुसार, साक्षी धोनी को नकद में पैसा मिला और सभी खर्चे नकद में दिए गए। ऑडिटर्स ने कोर्ट को जानकारी दी कि यह कंपनी रांची में प्रोजेक्ट् के लिए बनाई गई थी। पार्टियों के बीच किए गए समझौते के कागजात उन्हें नहीं दिए गए। रिपोर्ट में कहा गया है कि आम्रपाली मीडिया विजन प्राइवेट लिमिटेड को फिल्मों को बनाने के लिए पैसा डायवर्ट करने के लिए बनाई गई थी। रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड को प्रोफेशनल शुल्क और विज्ञापन खर्च आदि के लिए 24 करोड़ रुपये दिए गए।

ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया है कि रिति को 2009-2015 के बीच आम्रपाली समूह से कुल 42.22 करोड़ रुपये मिले। इसमें से आम्रपाली डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 6.52 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। यह स्पष्ट नहीं है कि किस आधार पर रिति को इतनी बड़ी रकम मिली।

ऑडिटर्स ने निरीक्षण किया है, “यह राशि रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज की ओर से अनिल कुमार शर्मा, सीएमडी द्वारा किए गए समझौतों के आधार पर अदा की गई है। सीएमडी अनिल कुमार शर्मा, को सभी आम्रपाली ग्रुप ऑफ कंपनीज की ओर से समझौते के लिए अधिकृत करने का कोई रिकॉर्ड नहीं है।”

रिति और आम्रपाली ग्रुप के बीच समझौतों में और भी झोल

आम्रपाली और रिति के बीच समझौतों में और भी कई बातें सामने आई हैं। 20 मार्च, 2015 को एक और 'समझौते' ने धोनी की अगुवाई वाली आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ आम्रपाली को ब्रांडिंग अधिकार दिया। दिलचस्प बात यह है कि ऑडिट रिपोर्ट में पाया गया कि "यह समझौता सादे कागज पर है और केवल आम्रपाली और रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के बीच किया किया गया है और इस समझौते के लिए चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से कोई हस्ताक्षर नहीं हैं।"

 

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