भारतीय ऑटो सेक्टर के हालात इतने खराब हैं कि बीता त्योहारी महीना अक्टूबर भी इस क्षेत्र में सुधार नहीं ला पाया। ऑटो सेक्टर की कुल बिक्री अक्टूबर में 12.76 प्रतिशत घटकर 21.76 लाख वाहनों की रह गई। जबकि एक साल पहले की अवधि में 24.94 लाख वाहनों की बिक्री दर्ज की गई थी। हालांकि त्योहारी मांग का असर इतना जरूर दिखा कि घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री में मामूली सुधार हो गया। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ही बिक्री में 4.5 फीसदी बढ़त पाने में सफल हो पाई थी।
सोमवार को सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक घरेलू यात्री वाहनों की बिक्री अक्टूबर में 0.28 प्रतिशत बढ़कर 2,85,027 इकाई हो गई। पिछले साल इसी महीने में 2,84,223 इकाई बिक्री हुई थी। वहीं अक्टूबर 2018 में 1,85,400 इकाइयों की तुलना में घरेलू कार की बिक्री लगभग 6.34 प्रतिशत घटकर 1,73,649 रह गई है।
मोटरसाइकिल की बिक्री घटी
आंकड़ों से यह भी जानकारी सामने आई है कि मोटरसाइकिल की बिक्री करीब 16 प्रतिशत घटकर 11,16,970 इकाई रह गई है। जबकि पिछले साल इसी महीने में बिक्री 13,27,758 इकाई थी। कुल मिलाकर अक्टूबर 2019 में कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री 14.43 फीसदी घटकर 17,57,264 इकाई रह गई। अक्टूबर 2018 में कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री 20,00,000 इकाई दर्ज की गई थी।
वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 23.31 फीसदी की गिरावट
दूसरी ओर अक्टूबर में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 23.31 प्रतिशत घट गई। एसआईएएम ने कहा कि अक्टूबर में कुल घरेलू यात्री वाहन की बिक्री में साल दर साल 0.28 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं पिछले साल के इसी महीने में 69,483 की तुलना में अक्टूबर में कुल 66,985 थ्री-व्हीलर बेचे गए, जिसमें 3.6 फीसदी की गिरावट आई।
लगभग सभी वाहन श्रेणियों की बिक्री में अक्टूबर के दौरान गिरावट देखी गई है। आर्थिक मंदी के बीच उपभोक्ता क्षेत्र की कमजोर धारणा के कारण ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी का सामना करना पड़ रहा है।