केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने सोनमवार को बैंकरों से मुलाकात की। इस बैठक में कई सरकारी बैंकों के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान कई बैंकरों ने यह आरोप लगाया। बैंकरों ने वित्तमंत्री और मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में भी अपनी चिंता जाहिर की। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बैंकरों ने कहा, “किसानों में कर्ज न चुकाने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से बैंकों पर वित्तीय दबाव बढ़ता जा रहा है।”
50 प्रतिशत बढ़ा किसानों का लोन
बैंकरों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में किसानों द्वारा लिया गया लोन 50 प्रतिशत बढ़ा है। अखबार के मुताबिक मुंबई स्थित एक बैंक के सीईओ ने कहा कि अगर किसी को ये लगता हो कि कोई उसे एक लाख रुपये का चेक दे देगा तो वो कर्ज क्यों चुकाएगा?
कर्ज माफी के लिए राज्य स्वयं करे इंतजाम: जेटली
पिछले दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने किसानों के लिए तीस हजार करोड़ रुपए की कर्ज माफी का ऐलान किया। वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने किसानों द्वारा कर्जमाफी की बढ़ रही मांगों पर सोमवार को कहा कि इसके लिए राज्यों को अपने संसाधनों से फंड का इंतजाम करना होगा।