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सीसीडी के सिद्धार्थ ने माइंडट्री में अपनी हिस्सेदारी 3200 करोड़ में बेची थी एलएंडटी को

कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक वी. जी. सिद्धार्थ ने कर्ज के संकट से उबरने के लिए आइटी कंपनी माइंडट्री...
सीसीडी के सिद्धार्थ ने माइंडट्री में अपनी हिस्सेदारी 3200 करोड़ में बेची थी एलएंडटी को

कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक वी. जी. सिद्धार्थ ने कर्ज के संकट से उबरने के लिए आइटी कंपनी माइंडट्री में अपनी 20.4 फीसदी हिस्सेदारी लार्सन एंड टुब्रो की 3211 करोड़ रुपये में बेची थी। इससे उन्हें 2800 करोड़ रुपये से ज्यादा का भारी-भरकम मुनाफा मिला। फिर भी उनका संकट दूर नहीं हुआ। उधर, माइंडट्री भी एलएंडटी द्वारा अधिग्रहण के बाद की समस्याओं से उबरने का प्रयास कर रही है।

इस पैसे से कर्ज उतर सकता था

एलएंडटी ने कंपनी की बहुमत हिस्सेदारी खरीदने की अपनी योजना इस साल मार्च में तेज की थी। उसने सिद्धार्थ की 20.4 फीसदी हिस्सेदारी कुल 3211 करोड़ रुपये में खरीदी। एलएंडटी ने प्रति शेयर 980 रुपये का भुगतान किया। सिद्धार्थ ने 1999 में माइंडट्री की यह हिस्सेदारी 340 करोड़ रुपये में खरीदी थी। इस तरह उन्होंने 2871 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। 20 साल तक निवेश बनाए रखने के बाद करीब आठ गुना मुनाफा शानदार माना जाएगा। उनकी कंपनी कॉफी डे इंटरप्राइजेज पर 3300 करोड़ रुपये से ज्यादा के कर्ज को उतारने के लिए यह रकम काफी उनके लिए काफी मददगार हो सकती थी।

आयकर के पूर्व डीजी पर सिद्धार्थ के आरोप

सिद्धार्थ ने अपने एक पत्र में बताया है कि आयकर विभाग के पूर्व डीजी ने माइंडट्री शेयर बेचने की उनकी डील रोकने के लिए दो बार उनके शेयर अटैच किए थे। इस वजह से डील पूरी करने में समय लगा। आयकर अधिकारी के इस कदम से सिद्धार्थ का नकदी संकट और गंभीर हो गया।

अधिग्रहण के बाद माइंडट्री में 30 फीसदी की गिरावट

एलएंडटी ने माइंडट्री के अधिग्रहण की प्रक्रिया हाल में पूरी होने की घोषणा की है। लेकिन इस आइटी कंपनी में भी सब कुछ ठीक नहीं रहा। एलएंडटी ने मार्च में 980 रुपये के भाव पर माइंडट्री के शेयर खरीदे थे। उसके बाद से शेयर में करीब 30 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इस समय शेयर का भाव करीब 700 रुपये चल रहा है। काफी हद तक जबर्दस्ती वाले इस अधिग्रहण से निवेशकों में घबराहट है। ग्राहकों की ओर से भी चिंता जताई गई। यही नहीं, उसके कई शीर्ष अधिकारी कंपनी को अलविदा कह गए। कंपनी का शेयर 22 जुलाई को एक साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

एलएंडट्री ने खरीदी 60 फीसदी हिस्सेदारी

एलएंडटी ने माइंडट्री पर नियंत्रण पाने के लिए न सिर्फ सिद्धार्थ की हिस्सेदारी खरीदी बल्कि दूसरे बड़े निवेशकों और खुले बाजार से और भी शेयर खरीदे। उसने 60 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीद ली है। वैसे उसने मार्च में 66 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदने की मंशा जताई थी।

भरोसा दिलाने के प्रयास में जुटा नया प्रबंधन

अधिग्रहण के बाद एलएंडटी के चीफ एक्जीक्यूटिव एस. एन. सुब्रमण्यम को माइंडट्री में डायरेक्टर बनाया गया है। उन्होंने निवेशकों, ग्राहकों और कर्मचारियों को भरोसा देने का प्रयास किया है। उन्होंने दावा किया कि एलएंडटी के अधिग्रहण को माइंडट्री के ग्राहकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कंपनी की दोहरे अंक की ग्रोथ रेट आगे भी जारी रहने की उम्मीद जताई है।

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