पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह स्वीकार करने का साहस दिखाना चाहिए कि नोटबंदी का उनका फैसला गलत था।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा, “आपको गलत निर्णय लेने के लिए साहस की जरूरत नहीं है, लेकिन आपने गलत निर्णय लिया है, यह स्वीकार करने के लिए साहस होना चाहिए। नोटबंदी गलत फैसला था और प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करने का साहस दिखाना चाहिए कि उन्होंने गलत निर्णय लिया।”
चिदंबरम का मानना है कि नोटबंदी के फैसले से 1.5 लाख रोजगारों का नुकसान हुआ और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 1.4 प्रतिशत अंक तक की कमी आई है। इससे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों का कामकाज करीब करीब समाप्त हो गया।
कौशल विकास-रोजगार सृजन दोनों मामलों में सरकार असफल
चिदंबरम ने कहा कि नौकरियां कहां हैं अप्रत्यक्ष तौर पर सरकार ने यह स्वीकार कर लिया है। एमएसएमई मंत्री कलराज मिश्र को हटा दिया गया है। कौशल विकास मंत्री को भी हटा दिया गया है। इसका मतलब है कि कौशल विकास और रोजगार सृजन दोनों मामलों में सरकार नाकाम रही है। श्रम मंत्री को भी हटा दिया गया है क्योंकि उनकी श्रम नीतियां भी असफल रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा युवाओं को भुगतना पड़ रहा है।