एयर इंडिया ने अपने दो सौ से अधिक कर्मचारियों के अनुबंध को अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है। इसमें एयर इंडिया के पायलट सहित अन्य कर्मचारी शामिल हैं जिन्हें सेवानिवृत्ति के बाद फिर से नियुक्त किया गया था। विमानन कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक कोरोना वायरस की वजह से अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय उड़ानों को 14 अप्रैल तक स्थगित किए जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। गौरतलब है कि कोविड-19 की वजह से सभी विमान जमींदोज है और पिछले कुछ हफ्तों के दौरान इसके राजस्व में भारी गिरावट आई है।
बता दें, देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से सारी व्यवस्थाएं ठप है। वहीं दूसरी तरफ लगातार कोरोना के मामले में इजाफा हो रहा है। गुरुवार तक कुल 1,965 मामले पॉजिटिव आ चुके हैं जबकि 55 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इंडिगो 25 फीसदी तक काट चुका है सैलरी
इससे पहले प्राइवेट एयरलाइन इंडिगो भी सभी वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती कर चुका है। 19 मार्च को इंडिगो के सीईओ ने रनंजय दत्ता ने अपने वेतन में 25 फीसदी कटौती की घोषणा की थी। वहीं, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट और अघ उच्चाधिकारियों के वेतन में 20 फीसदी, कॉकपिट स्टाफ के वेतन में 15 फीसदी कटौती की गई। इसके अलावा असिस्टेंट वाइस प्रेसीडेंट और केबिन क्रू का वेतन 10 फीसदी और बैंड सी के वेतन में 5 फीसदी की कटौती हुई। गौरतलब है कि कोरोना वायरस की महामारी से अर्थव्यवस्था मंदी के मुहाने खड़ी हो गई है। सरकार के दावों के बावजूद रोजगार का संकट लगातार गहराता जा रहा है। सबसे बड़ी मार ट्रैवल, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री पर पड़ रही है। इसके साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था भी चरमरा गई है।
एयरइंडिया भी भत्ते में कर चुका है कटौती
इससे पहले एयर इंडिया ने भी पिछले महीने कहा था कि मार्च 2020 से अगले तीन महीने की अवधि के लिए केबिन क्रू को छोड़कर सभी कर्मचारियों को मिलने वाले भत्तों में 10 फीसदी की कटौती की जाएगी।
दिल्ली से लंदन के लिए एयरइंडिया भरेगी स्पेशल उड़ान
लॉकडाउन की वजह से देश के कई हिस्सों में विदेशी नागरिक फंसे हुए हैंं। इस बाबत वरिष्ठ अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि एयर इंडिया 4 से 7 अप्रैल के बीच दिल्ली से लंदन के लिए स्पेशल उड़ान भरेगी। वहीं, मुंबई से लंदन के लिए 5 से 7 अप्रैल के लिए उड़ान भरेगी। भारत ने 14 अप्रैल तक 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को निलंबित कर रखा है।
3.8 करोड़ लोग हो सकते हैं बेरोजगार, सरकार से मदद की गुहार
फेडरेशन ऑफ एसोसिएशंस इन इंडियन ट्यूरिज्म एंड हॉस्पीटैलिटी (एफएआइटीएच) केे अनुमान के मुताबिक इस वायरस के कारण हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म इंडस्ट्री में करीब 3.8 करोड़ लोग बेरोजगार हो सकते हैं जो इस सेक्टर के कुल कर्मचारियों का 70 फीसदी है।