प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री और कॉलमनिस्ट सुरजीत भल्ला ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) से इस्तीफा दे दिया है। वो इस परिषद में अल्पकालिक सदस्य थे। भल्ला ने मंगलावर को ट्विटर के जरिए इस्तीफे की सूचना दी। इसके मुताबिक भल्ला ने 1 दिसंबर को ही इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने इस्तीफे की वजह नहीं बताई है।
भल्ला ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘पीएमईएसी की पार्ट-टाइम सदस्यता से मैंने एक दिसंबर को इस्तीफा दे दिया।’
प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की अध्यक्षता नीति आयोग के सदस्य बिबेक देबोरॉय करते हैं। इनके अलावा इसमें रथिन रॉय, रतन वाटल, आशिमा गोयल और शमिका रावी अन्य पार्ट टाइम सदस्य हैं।
1/2 My forecast on Elections 2019; written as Contributing Editor Indian Express & Consultant @Network18Group; I resigned as part-time member PMEAC on December 1st; also look for my book Citizen Raj: Indian Elections 1952-2019 , due
— Surjit Bhalla (@surjitbhalla) December 11, 2018
भल्ला के इस्तीफे की खबर ऐसे समय में सामने आई है जब बीते दिन आरबीआई के गवर्नर ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। भले ही पटेल ने अपने इस्तीफे के पीछे निजी कारणों का हवाला दिया हो, लेकिन उनका आरबीआई की स्वायत्ता और उसके रिजर्व को सरकार को ट्रांसफर किए जाने समेत अन्य अहम मुद्दों पर सरकार के साथ टकराव चल रहा था।
उर्जित पटेल ने आरबीआई के गवर्नर पद से दिया था इस्तीफा
इससे पहले आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल द्वारा 10 दिसंबर को ही गर्वरन के पद से इस्तीफा दिया गया था, जिसके बाद अब सुरजीत भल्ला ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पहले से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि स्वायत्ता के मुद्दे पर सरकार और आरबीआई के बीच खींचतान के कारण पटेल इस्तीफा दे देंगे, लेकिन तब किसी तरह बात बन गई और इस मुद्दे के हल के लिए एक समिति का गठन कर दिया गया था। जिसके बाद अब उर्जित पटेल ने अपने इस्तीफे से सभी को चौंका दिया है। इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यही है कि अब आरबीआई का नया मुखिया कौन बन सकता है।