अमेरिकी ब्याज दर नीति में बदलाव की घोषणा के बाद वर्ष 2013 में वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल के बीच रुपया जब अपने निचले स्तर पर चला गया था तो स्थिति को थामने के लिए भारत ने विदेशी मुद्रा प्रवासी बैंक खातों (एफसीएनआर-बी) के जरिए 26 अरब डालर जुटाए थे। ये तीन साल की विदेशी मुद्रा जमाएं इस महीने परिपक्व होंगी।
स्वामी ने ट्वीटर पर लिखा है, वित्त मंत्रालय को आर3 (रघुराम राजन) की गारंटीशुदा जमाओं के विमोचीकरण पर सितंबर के आखिर में 24 अरब डालर देने होंगे। टाइम बम।
उल्लेखनीय है कि स्वामी रघुराम राजन पर प्राय: हमले बोलते रहते हैं। गर्वनर ने इससे पहले कहा था कि उन्हें लगता है कि एफसीएनआर-बी जमाओं की परिपक्वता पर लोगों को 20 अरब डालर का भुगतान करना पड़ेगा। राजन ने गर्वनर के रूप में कार्यभार संभालने के पहले ही दिन चार सितंबर 2013 को इस योजना की घोषणा की थी।
भाषा