ऑनलाइन रिटेलर कंपनी गिजमोबाबा इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ाने के लिए अब छोटे शहरों में अपना फोकस बढ़ा रही है। कंपनी इसके लिए टियर-2 और टियर-3 शहरों में फ्रेंचाइजी मॉडल पर फोकस कर रही है। गिजमोबाबा डॉट कॉम के चीफ एक्जीक्यूटिव आलोक चावला के अनुसार भारत में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का बाजार लगभग 6.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। जो 16.2 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। इस मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कंपनी नई रणनीति पर काम कर रही है।
ये है रणनीति
उन्होंने बताया कि गिजमोबाबा खरीदारों तक पहुंचने के लिए सोशल मीडिया सहित दूसरे चैनल का इस्तेमाल कर रही है। इसके लिए कंपनी नो गैजेट पार्टनर्स और प्राइज़ पार्टनर्स का मॉडल इस्तेमाल किया है। साथ ही टियर 2 और टियर 3 शहरों में ऑनलाइन बिक्री बढ़ाने के लिए फ्रेंचाइजी मॉडल पर भी काम कर रहे हैं। साथ ही कॉरपोरेट गिफ्टिंग सेगमेंट में उतर रहे हैं।
ग्रे मार्केट एक चुनौती
आलोक के अनुसार ग्रे मार्केट चैनलों के माध्यम से एक बिलियन डॉलर से अधिक का बाजार है। ग्रे मार्केट के बहुत सारे उत्पाद अपने ऑनलाइन विक्रेताओं के माध्यम से बाजार में पहुंच रहे हैं। जो कि संगठित क्षेत्री की कंपनियों के लिए चुनौती बन रहे हैं। हालांकि एक हकीकत यह भी है कि ग्रे मार्केट उत्पादन न केवल गुणवत्ता में कमजोर हैं बल्कि इन ग्राहकों को वारंटी आदि भी नहीं मिलती है। ऐसे में बहुत से ग्राहक अब बेहतर कंपनियों की ओर रूख कर रहे हैं। इसका फायदा गिजमोबाबा को मिल रहा है। कंपनी का अभी तक 5 करोड़ रुपये सालाना टर्नओवर है।