कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान को सीमित करने के लिए सरकार जल्दी ही डेढ़ लाख करोड़ रुपए के राहत पैकेज की घोषणा कर सकती है। सूत्रों के अनुसार इस पैकेज को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है। अभी प्रधानमंत्री कार्यालय, वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के बीच इस पर चर्चा चल रही है। एक सूत्र ने यह भी बताया कि यह पैकेज दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का भी हो सकता है। इसकी घोषणा इसी हफ्ते के अंत तक की जा सकती है।
10 करोड़ लोगों के खाते में जमा किए जा सकते हैं पैसे
सूत्रों के मुताबिक करीब 10 करोड़ लोगों के खाते में सीधे पैसे जमा किए जा सकते हैं। इसके अलावा लॉक डाउन से प्रभावित होने वाली कंपनियों को भी कुछ मदद दी जा सकती है। गौरतलब है कि बुधवार से भारत में 21 दिन का देशव्यापी लॉक डाउन शुरू हुआ है। इस दौरान सिर्फ जरूरी वस्तुओं की दुकानें ही खुली हैं।
पैकेज के लिए सरकार लेगी लक्ष्य से ज्यादा कर्ज
इस पैकेज के लिए सरकार वित्त वर्ष 2020-21 में अपनी उधारी बढ़ा सकती है। बजट में इस वर्ष के लिए 7.8 लाख करोड़ रुपए कर्ज लेने का लक्ष्य रखा गया है। रिजर्व बैंक से सरकारी बांड भी खरीदने को कहा जा सकता है। हालांकि महंगाई बढ़ने के डर से यह कदम हाल के दशकों में नहीं उठाया गया है। दूसरे देशों में भी केंद्रीय बैंक सरकारी बांड खरीद रहे हैं।
अमेरिका में 2 लाख करोड़ डॉलर के पैकेज पर सहमति
अमेरिका में 2 लाख करोड़ डॉलर के पैकेज पर सहमति बनी है। इससे कर्मचारियों और कंपनियों को मदद देने के साथ हेल्थ केयर सिस्टम को भी मजबूत किया जाएगा। छोटे कारोबारियों को 367 अरब डॉलर दिए जाएंगे ताकि वह अपने कर्मचारियों को वेतन देना जारी रखें। ज्यादातर अमेरिकी नागरिकों को सीधे भुगतान किया जाएगा। वयस्कों को एक-एक हजार और बच्चों को पांच-पांच सौ डॉलर दिए जाएंगे। बड़ी कंपनियों को 500 अरब डॉलर का सरकार की गारंटी वाला सस्ता कर्ज मिलेगा। लॉक डाउन के कारण प्रभावित कर्मचारियों को पहले 3 महीने की सैलरी देने की बात थी इसे बढ़ाकर 4 माह किया गया है। अस्पतालों के लिए 75 अरब डॉलर का प्रावधान किया जा सकता है।