देश के सबसे अमीर व्यक्ति रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी का मानना है कि 2024 तक देश की अर्थव्यवस्था दोगुनी होकर 5,000 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा है कि 21वीं सदी के मध्य तक भारत की अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी चीन से अधिक होगी। शुक्रवार को एक मीडिया संस्थान की ओर से आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए उन्होंने यह बात कही।
अंबानी ने कहा कि उन्होंने 2004 में भविष्यवाणी की थी कि 20 साल में भारतीय अर्थव्यवस्था 5,000 अरब डॉलर पर पहुंचेगी। उस समय भारतीय अर्थव्यवस्था 500 अरब डॉलर की थी। अंबानी ने कहा कि उस समय लगाया गया अनुमान अब भी कायम है। वास्तव में 2024 से पहले यह लक्ष्य हासिल हो जाएगा। उन्होंने कहा,‘क्या हम अगले दस साल में इसे तिगुना कर 7,000 अरब डॉलर पर पहुंचा सकते हैं और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकते हैं? हां, हम ऐसा कर सकते हैं। इसी तरह क्या हम 2030 तक 10,000 अरब डॉलर के आंकड़े को पा सकते हैं और भारत-चीन, भारत-अमेरिका के अंतर को घटा सकते हैं? हां, हम यह कर सकते हैं।’
अंबानी ने उम्मीद जताई कि भारत इस सदी में अमेरिका और चीन से अधिक समृद्ध हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि आगामी तीन दशक भारत के लिए परिभाषित करने वाले दशक होंगे। 21वीं सदी के मध्य तक भारत की बढ़ोतरी चीन से अधिक होगी। यह दुनिया के लिए अधिक आकर्षक होगा।’ अंबानी ने कहा कि भारत एक बेहतर और अलग तरीके का विकास मॉडल उपलब्ध कराएगा जिससे समान और समावेशी वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करेगा, क्योंकि वह युवा होने के साथ ही संकल्प और महत्वाकांक्षाओं से भरा मुल्क है। जिस तरह सातवें दशक की तीसरी औद्योगिक क्रांति का सबसे अधिक फायदा अमेरिका को मिला, उसी तरह चौथी क्रांति का बड़ा फायदा भारत को मिलेगा। हम 'सुपर इंटेलिजेंस' के दौर में हैं। चीन के लिए जो काम मैन्युफैक्चरिंग ने किया वो काम भारत के लिए 'सुपर इंटेलिजेंस' करेगा। सबसे बड़ा और आधुनिक बॉयोमीट्रिक सिस्टम बताते हुए उन्होंने आधार की भी प्रशंसा की।