‘आधार’ लोगों के लिए सबसे जरूरी पहचान प्रमाण दस्तावेज बन चुका है। बैंक से लेकर फोन तक सब कुछ ‘आधार’ से लिंक हो चुका है। इसे लेकर अभी तक सरकार की तरह से कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। इसमें कहीं ‘आधार’ को अनिवार्य बताया गया है तो कहीं नहीं। अब आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी आधार कार्ड से लिंक कराना अनिवार्य होने जा रहा है।
बीते साल सुप्रीम कोर्ट ने कई मामलों में आधार की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया था, लेकिन अब आने वाले दिनों में ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से जोड़ना जरूरी होगा। इसके लिए सरकार बाकायदा नया कानून लाने जा रही है। इस कानून के लागू होने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से जोड़ना अनिवार्य हो जाएगा।
सरकार यह नियम इसलिए लागू करने जा रही है ताकि इस व्यक्ति के पास एक से ज्यादा लाइसेंस न हो और ना ही वो इसका गलत इस्तेमाल कर सके। फिलहाल सरकार इस नियम को लागू करने के तरीके पर विचार कर रही है, लेकिन खबर है कि सरकार के अंतिम फैसले के बाद जल्द ही आधार कार्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। जो कि देश के हर राज्य में लागू होगी। हालांकि सभी राज्यों में आधार और ड्राइविंग लाइसेंस को जोड़ने की प्रक्रिया अलग-अलग हो सकती है।
कैसे ‘आधार’ को ड्राइविंग लाइसेंस से लिंक करें
‘आधार’ और ड्राइविंग लाइसेंस को जोड़ने के लिए जल्द आने वाले कानून के बाद यह जानना जरुरी है कि घर बैठे आप कैसे ‘आधार’ को अपने लाइसेंसे से जोड़ सकते हैं। ये हैं कुछ आसान तरीके, जिसे फॉलो कर आप आसानी से इस प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं।
- सबसे पहले आप अपने राज्य के सड़क परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- इसके बाद सड़क परिवहन विभाग की वेबसाइट पर ‘आधार नंबर एंट्री’ पर जाकर क्लिक करें।
- अब ड्राइविंग लाइसेंस नंबर या लाइसेंस के लिए ‘सर्च’ पर क्लिक करें।
- यहां सर्च करने के बाद इसमें अपना लाइसेंस नंबर दर्ज करें और Get Details ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद आपके लाइसेंस की पूरी डिटेल्स जाएगी, जिसे आप वेरिफाई कर लें।
- इसके बाद आप अपने 12 डिजीट का आधार नंबर टाइप करें।
- इसके बाद अपने आधार से लिंक रजिस्टर्ड नंबर यहां दर्ज करें।
- इसके बाद सबमिट का बटन दबाएं।
- कुछ ही सेकेंड्स में आपके रजिस्टर्ड फोन नंबर पर ओटीपी यानि वन टाइम पासवर्ड आएगा।
- अब फोन में देखकर अपना ओटीपी दर्ज करें और बदलावों कन्फर्म कर प्रोसेस को पूरा करें।
आधार-लाइसेंस लिंकिंग को अनिवार्य होने की क्या है वजह
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अभी यह होता है कि दुर्घटना करने वाला कसूरवार व्यक्ति मौके से भाग जाता है और डुप्लीकेट लाइसेंस हासिल कर लेता है। यह उसको सजा से बचने में मदद करता है। बहरहाल, ‘आधार’ से जोड़ने के बाद आप भले ही अपना नाम बदल लें, लेकिन बॉयोमैट्रिक्स नहीं बदल सकते हैं। आप न आंख की पुतली को बदल सकते हैं और न ही उंगलियों के निशान को। आप जब भी डुप्लीकेट लाइसेंस के लिए जाएंगे तो प्रणाली कहेगी कि इस व्यक्ति के पास पहले से ड्राइविंग लाइसेंस है और इसे नया लाइसेंस नहीं दिया जाना चाहिए।
 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    