बजट को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने बजट को शून्य बताते हुए कहा कि इसमें नौकरीपेशा, मिडिल क्लास के लिए, गरीबों के लिए, बेरोजगारों के लिए, किसानों के लिए और एमएसएमई के लिए कुछ नहीं है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा 'मोदी सरकार के बजट में कुछ नहीं है। मध्य वर्ग, वेतनभोगी वर्ग, गरीब और वंचित वर्ग, युवाओं, किसानों और एमएसएमई के लिए कुछ नहीं है।' कांग्रेस ने वित्त वर्ष 2022-23 के आम बजट पर निराशा जताते हुए इसे अमीरों का बजट करार दिया और आरोप लगाया कि सरकार ने देश के वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग को राहत नहीं देकर उनके साथ विश्वासघात किया है।
बजट पेश करने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब हम पूरी तरह आईटी चालित और प्रगतिशील जीएसटी व्यवस्था के लिए गौरव का अनुभव करते हैं जिसने एक बाजार एक कर के भारत को संजोए सपने को साकार किया है।
सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए अनुमानित 9.2 फीसदी और पिछले वर्ष के 6.6 फीसदी संकुचन की तुलना में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 8 फीसदी से 8.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। संसद में आज दिया गया केंद्रीय बजट सीतारमण द्वारा पेश किया गया चौथा बजट था। वित्त मंत्री को ओर से पेश बजट का सत्ताधारी बीजेपी के नेताओं ने सराहना की तो दूसरी ओर से विपक्षी दलों ने इस मध्यम वर्ग विश्वासघात बताया।