प्रूडेंशियल ग्रोबल इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (पीजीआइएम) ने घोषणा की है कि उसने डीएचएलएफ प्रैमेरिका असेट मैनेजर्स का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। इस भारतीय म्यूचुअल फंड असेट मैनेजमेंट कंपनी में पीजीआइएम की अभी तक 50 फीसदी हिस्सेदारी थी।
पीजीआइएम इंडिया म्यूचुअल फंड होगा नया नाम
पीजीआइएम ने एक बयान जारी करके बताया है कि इस अधिग्रहण के लिए उसे सेबी और दूसरे नियामक संगठनों से आवश्यक मंजूरियां मिल गई हैं। कंपनी ने इस अधिग्रहण की घोषणा दिसंबर 2018 में की थी। डीएचएलएफ प्रैमेरिका असेट मैनेजर्स का नाम बदला जाएगा और नियामकीय मंजूरी मिलने के बाद इसका नाम पीजीआइएम इंडिया म्यूचुअल फंड होगा। श्रीनिवास राव रवूरी चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर- इक्विटी होंगे जो एचडीएफसी म्यूचुअल फंड में काम कर चुके हैं।
पीजीआइएम भारतीय निवेशकों के लिए प्रतिबद्धः सीईओ
पीजीआइएम ग्लोबल पार्टनर्स के सीईओ ग्लेन बैप्टिस्ट ने कहा कि अधिग्रहण से भारतीय निवेशकों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। हम निवेशकों की दीर्घकालिक निवेश आवश्यकताएं पूरी करने के लिए इनोवेटिव सोल्यूशन और उच्च स्तरीय सेवाएं देने के लिए तत्पर हैं। पीजीआइएम की पूरी ताकत के बल पर हम अपने ग्राहकों को वैल्यू देने और बाजार में अपनी स्थिति सुधारने में सक्षम होंगे।
ग्राहकों को देंगे बेहतर सेवाएं
पीजीआइएम इंडिया के सीईओ अजीत मेनन ने कहा कि पीजीआइएम इंडिया फुल सर्विस इन्वेस्टमेंट मैनेजर है और उसकी उपस्थिति देश के 27 शहरों में है। हम छोटे और संस्थागत निवेशकों को इक्विटी और फिक्स्ड इनकम सोल्यूशन और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं देते हैं। ग्लोबल असेट मैनेजर का हिस्सा बनने के बाद हम अपने ग्राहकों को पीजीआइएम के अनुभव और संसाधनों का लाभ दिलाने में सक्षम होंगे ताकि वे अपनी निवेशक आवश्यकताएं पूरी कर सकें।