प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस को मिलने का समय नहीं दिया। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेजोस इन दिनों कई विवादों में हैं। संभवतः इसीलिए प्रधानमंत्री और वाणिज्य मंत्री ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया। प्रतिस्पर्धा आयोग अमेजन और उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी फ्लिपकार्ट के खिलाफ डीप डिस्काउंटिंग, बिक्री के एक्सक्लूसिव अधिकार जैसे आरोपों की जांच कर रहा है। अमेजन के खिलाफ अमेरिका और यूरोप में भी ऐसी ही जांच चल रही है।
गुरुवार को भारत से गए अमेजन के संस्थापक
बेजोस तीन दिन के दौरे के बाद गुरुवार रात भारत से चले गए। बुधवार को उन्होंने भारत में एक अरब डॉलर निवेश की योजना का ऐलान किया था। लेकिन ट्रेडर्स के संगठन कैट के तहत करीब पांच लाख व्यापारी बेजोस का विरोध कर रहे थे। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि अमेजन का कारोबार करने का तरीका अनैतिक और एकाधिकार वाला है। संगठन 300 शहरों में इसके खिलाफ प्रदर्शन करेगा।
गोयल ने कहा था बेजोस भारत पर अहसान नहीं कर रहे
गुरुवार को ही वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि एक अरब डॉलर निवेश करके बेजोस भारत पर कोई अहसान नहीं कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर कंपनी लागत से कम कीमत पर सामान बेचने जैसे तरीके नहीं अपना रही है तो उसे हर साल इतना घाटा कैसे होता है। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियों को नियम-कायदों का पालन करना चाहिए। मल्टीब्रांड रिटेल में उन्हें पिछल दरवाजे से प्रवेश करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। गौरतलब है कि भारत में मल्टीब्रांड रिटेल में 49 फीसदी तक विदेशी निवेश की ही इजाजत है।
2025 तक दस लाख नए रोजगार पैदा करेंगेः अमेजन
इस बीच अमेजन ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा कि कंपनी टेक्नोलॉजी, इन्फ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स में निवेश करके 2025 तक दस लाख नए रोजगार पैदा करेगी। कंपनी का कहना है कि ये नौकरियां उन सात लाख नौकरियों से अलग होंगी जो बीते छह वर्षों में कंपनी के निवेश से पैदा हुई हैं। इसमें प्रत्यक्ष और परोक्ष, दोनों तरीके से मिलने वाली नौकरियां शामिल हैं। कंपनी ने 2025 तक भारत में बनी 10 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं का निर्यात करने की भी घोषणा की है।