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संसद के बजट सत्र में बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, हमें ऐसा भारत बनाना है, जिसमें गरीबी न हो

संसद के बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सेंट्रल हॉल में अपना अभिभाषण दे रही हैं। इस दौरान...
संसद के बजट सत्र में बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, हमें ऐसा भारत बनाना है, जिसमें गरीबी न हो

संसद के बजट सत्र से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सेंट्रल हॉल में अपना अभिभाषण दे रही हैं। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हम ऐसा भारत बनाएंगे, जिसमें गरीबी न हो। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे लिए युग निर्माण का अवसर है। हमें ऐसा भारत बनाना है जो आत्मनिर्भर है और जो अपने मानवीय दायित्व को पूरा करने में समर्थ हो, जिसमें गरीबी न हो, जिसका मध्यम वर्ग भी वैभव से युक्त हो। जिसकी युवाशक्ति, नारी शक्ति समाज और राष्ट्र को दिशा देने के लिए खड़ी हो।

उन्होंने कहा कि मैं आज इस सत्र के माध्यम से, देशवासियों का आभार व्यक्त करती हूं कि उन्होंने लगातार दो बार, एक स्थिर सरकार को चुना है। मेरी सरकार ने देशहित को सदैव सर्वोपरि रखा, नीति-रणनीति में संपूर्ण परिवर्तन की इच्छाशक्ति दिखाई।

संसद में अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सरकार के लगभग नौ वर्षों में भारत के लोगों ने अनेक सकारात्मक परिवर्तन पहली बार देखे हैं। सबसे बड़ा परिवर्तन यह हुआ है कि आज हर भारतीय का आत्मविश्वास शीर्ष पर है और दुनिया का भारत को देखने का नज़रिया बदला है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अमृतकाल का यह 25 वर्ष का कालखंड, स्वतन्त्रता की स्वर्णिम शताब्दी का, और विकसित भारत के निर्माण का कालखंड है। ये 25 वर्ष हम सबके लिए और देश के प्रत्येक नागरिक के लिए कर्तव्यों की पराकाष्ठा करके दिखाने के हैं।

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि जो भारत कभी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए दूसरों पर निर्भर था, वही आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बना है। जिन सुविधाओं के लिए देश की एक बड़ी आबादी ने दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिली है।

उन्होंने कहा कि पहले टैक्स रिफंड के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। आज आईटीआर भरने के कुछ ही दिनों के भीतर रिफंड मिल जाता है। आज जीएसटी से पारदर्शिता के साथ-साथ करदाताओं की गरिमा भी सुनिश्चित हो रही है।

सर्जिकल स्ट्राइक से लेकर आतंकवाद पर कठोर प्रहार तक, एलओसीसे लेकर एलएसी तक हर दुस्साहस के कड़े जवाब तक, धारा 370 को हटाने से लेकर तीन तलाक तक, मेरी सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार की रही है। उन्होंने कहा कि जनधन-आधार-मोबाइल से फर्जी लाभार्थियों को हटाने से लेकर वन नेशन वन राशन कार्ड तक, एक बहुत बड़ा स्थाई सुधार हमने किया है। बीते वर्षों में डीबीटी के रूप में, डिजिटल इंडिया के रूप में, एक स्थाई और पारदर्शी व्यवस्था देश ने तैयार की है।

अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत  तीन वर्षों में करीब 11 करोड़ परिवार Piped Water Supply से जुड़ चुके हैं। इसका सबसे ज्यादा लाभ गरीब परिवारों को ही हो रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने बिना किसी भेदभाव के हर वर्ग के लिए काम किया है। बीते कुछ वर्षों में मेरी सरकार के प्रयासों का नतीजा है कि अनेक मूल सुविधाएं आज या तो शत-प्रतिशत आबादी तक पहुंच चुकी हैं या फिर उस लक्ष्य के बहुत निकट हैं।

द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना ने देश के करोड़ों गरीबों को और गरीब होने से बचाया है, उनके 80 हजार करोड़ रुपए खर्च होने से बचाए हैं। 7 दशकों में देश में करीब सवा तीन करोड़ घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचा था। जल जीवन मिशन के तहत 3 साल में करीब 11 करोड़ परिवार पाइप के जल से जुड़े हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को नई परिस्थितियों के अनुसार आगे चलाने का निर्णय लिया है।यह संवेदनशील और गरीब-हितैषी सरकार की पहचान है। सरकार ने सदियों से वंचित रहे गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी समाज की इच्छाओं को पूरा कर उन्हें सपने देखने का साहस दिया है।

अभिभाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मेरी सरकार की प्राथमिकता में देश के 11 करोड़ छोटे किसान हैं। ये छोटे किसान, दशकों से, सरकार की प्राथमिकता से वंचित रहे थे। अब इन्हें सशक्त और समृद्ध करने के लिए हर तरह की कोशिश की जा रही है।

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