केंद्र की मोदी सरकार अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कुछ और ऐलान कर सकती है। ऐसे समय में जब सरकार आर्थिक सुस्ती को लेकर चौतरफा आलोचना झेल रही है, आज यानी शनिवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण कई अहम ऐलान कर सकती हैं। इससे पहले 30 अगस्त को भी वित्तमंत्री ने बैंकिंग सेक्टर को लेकर कई बड़े फैसलों की जानकारी दी थी। तब 10 सरकारी बैंकों के विलय से चार बड़े बैंक बनाने की घोषणा की गई थी। यह पिछले एक महीने में तीसरी बार होगा जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अर्थव्यवस्था से जुड़े बड़े ऐलान करेंगी।
बैंकों का हो रहा विलय
घोषणा के मुताबिक पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का विलय होगा। इसी तरह दूसरे विलय के तहत यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक एक हो जाएंगे। इसके अलावा केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक और इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक शामिल होगा। बता दें कि बीते 5 सितंबर को पीएनबी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल ने विलय को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दे भी दी है। इस विलय के बाद देश में 12 सरकारी बैंक रह जाएंगे। साल 2017 में देश में 27 सरकारी बैंक थे।
23 अगस्त को भी किए कई ऐलान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 अगस्त को भी इकोनॉमी से जुड़े कई ऐलान किए थे। तब विदेशी निवेशकों पर लगने वाले अतिरिक्त सरचार्ज को हटाया गया था। इसके अलावा वित्त मंत्री ने बैंकों को जल्द ही 70,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने का ऐलान किया। साथ ही, बताया कि बैंक अब आरबीआई द्वारा रेपो रेट में की गई कटौती का फायदा सीधे ग्राहकों को देंगे। इसका असर ये होगा कि ग्राहकों को अब होम और ऑटो लोन सस्ते मिलेंगे। ऑटो इंडस्ट्री को बूस्ट देने के लिए कहा कि 31 मार्च 2020 तक खरीदे गए बीएस-4 वाहन पूर रजिस्ट्रेशन अवधि तक मान्य होंगे। जीएसटी रिफंड में देरी से पैसों की कमी झेलने वाले कारोबारियों को राहत देते हुए कहा कि अब जीएसटी रिफंड का भुगतान 30 दिनों के अंदर किया जाएगा।