रिजर्व बैंक एक नए प्रीपेड कार्ड का प्रस्ताव लेकर आया है। इस कार्ड से 10 हजार रुपये तक का सामान खरीदा जा सकता है। सर्विसेज के बदले भुगतान में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। रिजर्व बैंक ने गुरुवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि प्रीपेड कार्ड डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, और नए कार्ड से डिजिटल पेमेंट और बढ़ने की उम्मीद है।
विस्तृत दिशानिर्देश 31 दिसंबर 2019 तक जारी किए जाएंगे
रिजर्व बैंक के अनुसार इस प्रीपेड कार्ड में सिर्फ बैंक अकाउंट से पैसे भरे जा सकेंगे। इनका इस्तेमाल बिल का भुगतान करने और शॉपिंग में किया जा सकेगा। बैंक ग्राहक से कुछ जरूरी जानकारियां हासिल करने के बाद ये कार्ड जारी कर सकेंगे। इसके बारे में विस्तृत दिशानिर्देश 31 दिसंबर 2019 तक जारी किए जाएंगे। अभी जो प्रीपेड पेमेंट इन्सट्रूमेंट (पीपीआई) उपलब्ध हैं, उनमें कैश, बैंक अकाउंट, क्रेडिट कार्ड या किसी दूसरे पीपीआई से पैसे भरे जा सकते हैं। इनमें पैसे भरने की मासिक सीमा 50,000 रुपये होती है। ये कार्ड बैंक और गैर-बैंकिंग कंपनियां जारी करती हैं। आमतौर पर इनमें बैलेंस राशि पर ब्याज नहीं मिलता है।
अभी तीन तरह के पीपीआई की है अनुमति
फिलहाल रिजर्व बैंक ने तीन तरह के पीपीआई की अनुमति दे रखी है। ये हैं क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई, सेमी-क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई और ओपन सिस्टम पीपीआई। ऐसे प्रीपेड कार्ड जिन्हें जारी करने वाली कंपनी से सामान खरीदने में ही इस्तेमाल किया जा सकता है, उन्हें क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई कहते हैं। किसी अन्य कंपनी के स्टोर पर इनका इस्तेमाल नहीं हो सकता। किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी द्वारा जारी ऐसे कार्ड जिन्हें पहले से तय स्टोर्स पर इस्तेमाल किया जा सकता है, उन्हें सेमी-क्लोज्ड सिस्टम पीपीआई कहते हैं। इनसे कैश नहीं निकाल सकते। बैंक और फाइनेंस कंपनी द्वारा जारी ऐसे कार्ड जिन्हें स्टोर्स पर इस्तेमाल करने के साथ उनसे कैश भी निकाला जा सके, उन्हें ओपन सिस्टम पीपीआई कहते हैं।