भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने रेपो रेट से जुड़े होम लोन पर ब्याज 0.20 फीसदी बढ़ा दिया है। बैंक ग्राहक के जोखिम के अनुसार स्प्रेड जोड़ता है। यह 0.15-0.50 फीसदी था। इसे 0.35-0.70 फीसदी किया गया है। यह 1 मई से लागू किया गया है। 30 लाख रुपये तक के होम लोन पर प्रभावी ब्याज दर 7.20 से बढ़कर 7.40 फीसदी हो गई है। 30 लाख से 75 लाख रुपये तक के होम लोन पर ब्याज दर 7.45 से बढ़कर 7.65 फीसदी हो गई है। 75 लाख रुपये से ज्यादा के होम लोन पर अब ब्याज की दर 7.55 फीसदी के बजाय 7.75 फीसदी होगी। इसके अलावा तीन साल तक की एफडी पर ब्याज में 0.20 फीसदी की कटौती की गई है। बैंक ने बुजुर्गों के लिए विशेष डिपॉजिट स्कीम शुरू की है, जिसमें उन्हें ज्यादा ब्याज मिलेगा।
बैंक ने एमसीएलआर में की 0.15 फीसदी कटौती
एसबीआई की तरफ से गुरुवार को जारी बयान के मुताबिक मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) 7.40 फीसदी से घटाकर 7.25 फीसदी किया गया है। यह 10 मई से प्रभावी होगा। बैंक ने लगातार 12वीं बार एमसीएलआर घटाया है। पिछले महीने एसबीआई ने इसमें 0.35 फीसदी कटौती करते हुए इसे 7.75 फीसदी से 7.40 फीसदी किया था। वह 10 अप्रैल से लागू हुआ था।
एफडी पर ब्याज में कटौती 12 मई से लागू होगी
सामान्य लोगों यानी 60 साल से कम उम्र वालों के लिए तीन साल तक की एफडी पर ब्याज दर में 0.20 फीसदी कटौती की गई है। नकदी की अधिकता को देखते हुए बैंक ने यह निर्णय लिया है। यह 12 मई से लागू होगा। बैंक की वेबसाइट के अनुसार एफडी पर ब्याज में पिछली बार 28 मार्च 2020 को संशोधन किया गया था। अलग-अलग अवधि के लिए मौजूदा ब्याज दर 3.5 फीसदी से 5.7 फीसदी तक है। एक साल से दस साल की अवधि के लिए यह 5.7 फीसदी है।
बुजुर्गों को पांच साल से ज्यादा की एफडी पर ज्यादा ब्याज
एसबीआई ने बुजुर्गों के लिए “एसबीआई वीकेयर डिपॉजिट” नाम से नई स्कीम शुरू की है। इसमें पांच साल या इससे अधिक की एफडी पर 0.30 फीसदी अतिरिक्त ब्याज मिलेगा। अभी सामान्य लोगों की तुलना में बुजुर्गों को एफडी पर 0.50 फीसदी ज्यादा मिलता है। अब पांच साल या इससे ज्यादा की एफडी पर उन्हें सामान्य की तुलना में 0.80 फीसदी अधिक ब्याज मिलेगा। यह स्कीम 30 सितंबर तक लागू रहेगी। समय से पहले पैसे निकालने पर 0.30 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा। पांच साल से कम की एफडी पर बुजुर्गों को पहले की तरह 0.50 फीसदी अधिक ब्याज मिलता रहेगा।