डूबते कर्ज के चलते पिछला वित्तीय वर्ष सरकारी बैंकों के लिए खासा खराब रहा है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई को वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में 7,718.17 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है जबकि 2016-17 की समान तिमाही में बैंक को कुल 2,814.82 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
तिमाही आधार पर देखा जाए तो बैंक के घाटे में भारी भरकम बढ़ोतरी हुई है। तीसरी तिमाही में बैंक को 2,416.37 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था जो चौथी तिमाही में बढ़कर 7,718.17 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान बैंक की कुल आय में बढ़ोतरी हुई। यह पिछले साल इसी अवधि में 57,720.07 करोड़ रुपये से बढ़कर 68,436.06 करोड़ रुपये हो गई।
इस दौरान बैंक के ग्रॉस एनपीए में 10.91 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 6.90 फीसदी थी। बीएसई में बैंक का शेयर करीब चार फीसदी की उछाल के साथ 255.85 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।