वित्त मंत्री का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे पीयूष गोयल की अध्यक्षता में शनिवार को जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक शुरू हो गई है। आज की ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है, जिसमें करीब 30-40 आइटम पर जीएसटी घटाने का फैसला हो सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, जीएसटी घटने वाले आइटमों में ज्यादातर रोजमर्रा से जुड़ी चीजें जैसे सैनिटरी नैपकिन, देवी-देवताओं की मूर्तियां, हैंडलूम शामिल होंगेय़ काउंसिल की बैठक में हालांकि एविएशन सेक्टर को महंगे फ्यूल से राहत मिलने की उम्मीदें कम हैं, क्योंकि एटीएफ और नेचुरल गैस की दरों में कटौती को इस बार एजेंडे में शामिल नहीं किया गया है।
इस समय सेनेटरी नैपकिन पर 12 फीसदी की दर से जीएसटी वसूला जाता है। इसकी दर घटकर पांच फीसदी हो सकती है। हालांकि कुछ महिला संगठनों ने इस पर शून्य जीएसटी करने की मांग की है। अधिकारियों का कहना है कि इस पर शून्य जीएसटी करने से सेनेटरी नैपकिन बनाने वालों की लागत बढ़ जाएगी, क्योंकि अगर उस पर पांच फीसदी का जीएसटी लगेगा, तो इनपुट टैक्स क्रेडिट मिलता रहेगा।
इस बैठक में 28 फीसदी वाले आइटम्स में जीएसटी कटौती पर चर्चा मुश्किल है। हालांकि, जीएसटी कटौती पर वित्त मंत्रालय ने मंजूरी नहीं दी है। आरसीएम को सीजीएसटी से हटाने पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी है। जीएसटी काउंसिल के पास आरसीएम पर फैसला लेने का अधिकार है।
फिलहाल क्रूड, नैचुरल गैस और पेट्रोल, डीजल, एटीएफ जैसे बड़े पेट्रोलियम फ्यूल जीएसटी के दायरे से बाहर हैं। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, नैचुरल गैस को नए इनडायरेक्ट टैक्स रेजीम में आसानी से लाया जा सकता है। सिविल एविएशन मिनिस्ट्री ने एटीएफ को जीएसटी के दायरे में लाने और 12 फीसदी टैक्स लगाने की भी सिफारिश की है।
गौरतलब है कि ये जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक है, वहीं जीएसटी लागू होने के एक साल पूरा होने पर यह पहली बैठक है।