आरबीआई द्वारा 13 दिनों से यस बैंक पर लगा प्रतिबंध बुधवार शाम को हटा दिया गया लेकिन भारी भीड़ के बाद साइट क्रैश हो गई, मोबाइल सेवा ठप है। रोक हटने के बाद यस बैंक की तरफ से जानकारी देते हुए कहा गया कि अब सारी सेवाएं चालू हो गई हैं और ग्राहक अब पूरी सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे। अब निकासी की सीमा समाप्त कर दी गई है। बता दें कि 5 मार्च को लगी रोक के बाद कई तरह की शर्तें ग्राहकों पर लगा दी गई थीं। इससे पहले 16 मार्च को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यस बैंक के रिकंस्ट्रक्शन को विश्वसनीय और टिकाऊ बताते हुए जमाकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा था कि ग्राहकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है।
ट्वीटर पर लोगों ने निकाला गुस्सा
लोगों ने सोशल मीडिया पर होने वाली असुविधा को लेकर गुस्सा निकाला। @Veerahinjal हैंडल वाले एक ट्विटर यूजर ने अपना गुस्सा निकालते हुए लिखा, “ऐप क्रैश हो गया है और बैंकों के ग्राहकों को मूर्ख बनाया जा रहा है।” यूजर ने यस बैंक को टैग करते हुए लिखा, "@YESBANK ऐप मिनटों में क्रैश हो गया! आप ग्राहकों को बेवकूफ बना रहे हैं! यह बैंक को पुनर्जीवित करने की आपकी योजना थी!" वहीं, एक अन्य यूजर @ MNausha90194412 के हैंडल के साथ दूसरा यूजर ने यस बैंक से पूछा, “गूगल पे और फोनपे पर इसकी सेवाएं कब काम करेगी।” इससे पहले मंगलवार को प्रशांत कुमार ने जमाकर्ताओं को यह कहते हुए आश्वासन दिया था कि यस बैंक एक मजबूत इकाई के साथ उभरी है।
50 हजार से ज्यादा अब निकाल सकते ग्राहक
रोक हटने के बाद ग्राहक अब 50 हजार से ज्यादा रूपए निकाल सकेंगे। इससे पहले आरबीआई ने यस बैंक को अपने नियंत्रण में ले लिया था। जिसके बाद इस बैंक से निकासी की सीमा 50 हजार रुपए तय कर दी गई थी। उस वक्त आरबीआई ने कहा था कि यह रोक 5 मार्च से 3 अप्रैल तक लगी रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने यस बैंक के निदेशक मंडल को भी भंग करते हुए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) प्रशांत कुमार को प्रशासक नियुक्त किया था। इसके अलावा जमाकर्ताओं पर निकासी की सीमा सहित इस बैंक के कारोबार पर कई तरह की पाबंदिया भी लगा दी गई।