विश्वस्तर पर कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के कारण तमाम देशों में लॉकडाउन और आर्थिक गतिविधियां रुकने से कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट आई। इसका नतीजा है कि गैर रियायती सिलेंडर की कीमत में रिकॉर्ड 162.50 रुपये की कटौती की गई है।
इन उपभोक्ताओं को मिलेगा फायदा
इसकी कीमत में गिरावट से मुख्य रूप से व्यावसायिक उद्देश्य से रसोई गैस इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को राहत मिलेगी। उन्हें खुले बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदना होता है। इसकी कीमत में कमी से उनका सिलेंडर सस्ता पड़ेगा। इसके अलावा अमीर उपभोक्ताओ को भी फायदा मिलेगा। सभी उपभोक्ताओं को12 रियायती सिलेंडर (14.2 किलोग्राम) के बाद बाजार भाव का सिलेंडर खरीदना होता है। सब्सिडी छोड़ चुके उपभोक्ता भी बाजार भाव वाले सिलेंडर का ही इस्तेमाल करते हैं।
विश्व बाजार में पिछले महीने ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत दो दशक के न्यूनतम स्तर 15.98 डॉलर प्रति बैरल रह गया था। अब इसकी कीमत बढ़कर 26.43 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
गैस सिलेंडर की नई कीमत
कच्चे तेल की कीमत घटने के कारण दिल्ली में 14.2 किलो के गैर रियायती सिलेंडर की कीमत 744 रुपये से घटकर 581.50 रुपये रह गई। यह अब तक की सबसे तेज गिरावट है। जनवरी 2019 में सिलेंडर की कीमत में 150.5 रुपये की कटौती हुई थी। कच्चा तेल सस्ता होने के कारण गैर रियायती सिलेंडर लगातार सस्ता हो रहा है। इससे पहले अप्रैल में इसमें 61.50 रुपये और मार्च में 53 रुपये की गिरावट आई थी। कुल मिलाकर तीन महीनों में सिलेंडर 277 रुपये सस्ता हो चुका है। उससे पहले फरवरी में सिलेंडर की कीमत में 144.5 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। 19 किलो के कामर्शियल सिलेंडर की कीमत 1,285 से घटाकर 1029 रुपये तय की गई है।