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जल्दी खराब हो जाने वाली कृषि उत्पादों के भंडारण पर सरकार का जोर

सरकार जल्द खराब हो जाने वाले कृषि उत्पादों के भंडारण के लिए नए भंडारघरों का विस्तार की तैयारी में है। ताकि किसान अपनी फसल को सुरक्षित रख सके।
जल्दी खराब हो जाने वाली कृषि उत्पादों के भंडारण पर सरकार का जोर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि सरकार जल्दी खराब हो जाने वाली कृषि उत्पादों के भंडारण लिए तेजी से काम कर रही है ताकि किसान अपने फसलों की बेहतर मार्केटिंग कर अपनी आय बढ़ा सकें। कृषि मंत्री ने ये बात आज विज्ञान भवन, नयी दिल्ली में आयोजित खाद्य, सिविल आपूर्ति और उपभोक्ता कार्य प्रभारी राज्य मंत्रियों एवं संबंधित केन्द्रीय मंत्रियों की बैठक में कही।

श्री सिंह ने कहा कि भारत ने विश्‍व में सबसे अधिक शीत भंडारण क्षमता स्‍थापित की गयी है जो लगभग 32 मिलियन टन है। पिछले 2 वर्षों के दौरान 1 मिलियन क्षमता से भी अधिक लगभग 250 परियोजनाएं शामिल की गई हैं। अब बागवानी क्षेत्र कृषि संबंधी उपार्जन का सबसे बड़ा माध्‍यम बन गया है। उन्होंने आगे कहा कि अब हमें यह सुनिश्‍चित करना है कि खराब हो जाने वाली फसलों से संबंधित किसान अब अपने विपणन दायरे को विस्‍तारित कर सकें। इसके लिए शीत भंडार गृह और अन्‍य संबंधित अवसरंचनाओं पर ध्‍यान दिया जाएगा। 

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